धनतेरस पर आभूषण व सिक्कों का बाजार हुआ गुलजार, ज्वैलर्स की हुई बल्ले बल्ले

Update: 2016-10-28 20:30 GMT
लखनऊ में एक आभूषण की दुकान से अपने लिए सोने की चूड़ियां खरीदतीं लड़की।फोटो : विनय गुप्ता

नई दिल्ली (भाषा)। धनतेरस के दिन आभूषण और सिक्कों का बाजार गुलजार रहा। अच्छे मानसून और सही दामों के चलते सोने और चांदी की मांग में 25 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है। पिछले छह महीनों से सोने की मांग मंद चल रही थी।

उत्तर और पश्चिमी भारत में धनतेरस को सोने-चांदी और अन्य मूल्यवान वस्तुओं की खरीद के लिए एक शुभ दिन माना जाता है। आभूषण निर्माता और एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया के अनुसार सोने की कीमतों के अनुकूल स्तर पर रहने और अच्छे मानसून की वजह से उसकी मांग बढ़ी है।

कीमतों के उचित स्तर पर बने रहने के चलते सोने और चांदी के सिक्कों की बहुत मांग है और इस बार उसके बिस्कुटों की भी खूब मांग है। लोग निवेश के तौर पर इन्हें खरीद रहे हैं। पिछले साल की तुलना में इसकी बिक्री में 15-20 प्रतिशत इजाफा होने की उम्मीद है।
विपिन रैना अध्यक्ष एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया

उन्होंने कहा कि शाम तक इसकी बिक्री और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि बड़े शहरों में कार्यालय जाने वाले खरीदारी के लिए शाम को निकलेंगे।

लखनऊ में एक आभूषण की दुकान पर ग्राहकों की भीड़। फोटो : विनय गुप्ता

राजधानी दिल्ली में सोने के दाम 30,590 रुपए प्रति दस ग्राम हैं जो पिछले साल धनतेरस के दिन रहे 26,230 रुपए प्रति दस ग्राम से 16.6 प्रतिशत अधिक हैं। इसी प्रकार चांदी के दाम इस बार 42,700 रुपए प्रति किलोग्राम रहे जो पिछले साल इसी दिन 35,410 रुपए प्रति किलोग्राम थे।

कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमण ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल आभूषणों की एडवांस में बुकिंग 20 से 25 प्रतिशत बढ़ी है।

पीसी ज्वैलर्स के प्रबंध निदेशक बलराम गर्ग ने कहा कि हमें इस साल मात्रा में 20 प्रतिशत और मूल्य के आधार पर 30 प्रतिशत अधिक बिक्री होने की उम्मीद है।

विश्व स्वर्ण परिषद प्रबंध निदेशक सोमसुंदरम पीआर. ने कहा कि पहली छमाही में कठिन दौर के बाद धनतेरस के दिन सोने को लेकर उम्मीद बेहतर दिख रही है।

अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण व्यापार परिसंघ के पूर्व चेयरमैन मनीष जैन ने कहा कि देश के अधिकतर हिस्सों में खरीदारी अच्छी है। दिन के अंत तक बिक्री में 20-25 प्रतिशत वृद्धि होने की उम्मीद है।


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