उर्वरक मंत्रालय को विशेष बैंकिंग व्यवस्था के जरिये मिले 10,000 करोड़ रुपए 

Update: 2017-02-06 20:21 GMT
उर्वरक मंत्री अनंत कुमार

नई दिल्ली (भाषा)। वित्त मंत्रालय ने विशेष बैंकिंग व्यवस्था के तहत उर्वरक मंत्रालय को 10,000 करोड़ रुपए प्रदान किए हैं। इससे नकदी संकट से जूझ रही उर्वरक कंपनियों को उचित दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जा सकेगा।

उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने कहा, ‘बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्रालय ने विशेष बैंकिंग व्यवस्था (एसबीए) के तहत 10,000 करोड़ रुपए प्रदान किए हैं। इसे मंजूर कर लिया गया है और इससे काफी समस्याओं को हल करने में मदद मिलेगी।’ एसबीए के तहत उर्वरक कंपनियों उन्हें मिलने वाली सब्सिडी पर ऋण ले सकती हैं। ऐसे में उद्योग वित्त मंत्रालय द्वारा नकद सब्सिडी जारी करने तक अपनी कोष की जरूरत को पूरा कर सकता है।

बकाया उर्वरक सब्सिडी के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा कि यह घटकर 20,000 करोड़ रुपए पर आ गई है। 2009 में यह 40,000 करोड़ रुपए के स्तर पर थी। उन्होंने कहा, ‘हम सब्सिडी जारी करने के मुद्दे को वित्त मंत्रालय के साथ उठाएंगे और ऐसा दिन आएगा जब पिछला बकाया नहीं बचेगा।’ इस वित्त वर्ष के अंत तक सब्सिडी का बकाया करीब 35,000 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। सरकार की ओर से सब्सिडी भुगतान में देरी से उद्योग को सालाना 4,000 करोड़ रुपए के ऋण का बोझ उठाना पड़ता है। पिछले साल नवंबर में मंत्री ने उद्योग को भरोसा दिलाया था कि सब्सिडी के बकाये को जल्द से जल्द पूरा कर दिया जाएगा।

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