राकांपा ने हजारे को बताया RSS का एजेंट 

Update: 2017-01-04 16:48 GMT
अन्ना हजारे

मुंबई (भाषा)। गन्ना सहकारी फैक्टरियों में हुए 25,000 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच कराने को लेकर अन्ना हजारे द्वारा मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाए जाने के बाद राकांपा ने इस गांधीवादी कार्यकर्ता को आज RSS का एजेंट बताया।

राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि हजारे राकांपा के शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेताओं को बदनाम करने के लिए RSS के षड्यंत्र में भूमिका निभा रहे हैं। मलिक ने कहा, ‘‘हजारे BJP शासित महाराष्ट्र में किसी मुद्दे को लेकर प्रदर्शन क्यों नहीं कर रहे हैं।'' हजारे ने हाल ही में बंबई उच्च न्यायालय में आवेदन देकर ‘‘25,000 करोड़ रुपए के गन्ना सहकारी फैक्टरी घोटाले'' की सीबीआई जांच कराने का अनुरोध किया है।

उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए दो दीवानी और एक फौजदारी जनहित याचिकाएं दायर की है। फौजदारी जनहित याचिका पर न्यायमूर्ति अभय ओका की अध्यक्षता वाली पीठ छह जनवरी को सुनवाई करेगी। याचिका में आरोप लगाया गया है कि पहले इन गन्ना सहकारी फैक्टरियों को रिण के बोझ तले दबा दिया गया और बाद में इन बीमारु इकाइयों को बेमोल बेच दिया। इस पूरे मामले में सरकार, सहकारी क्षेत्र और जनता को 25,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

Similar News