इस्लामाबाद (भाषा)। पाकिस्तान की ताकतवर जासूसी एजेंसी आईएसआई का नया प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार को बनाया गया है। नवीद मुख्तार ने रिजवान अख्तर की जगह ली है।
यह कवायद नए सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के पिछले महीने पदभार संभालने के बाद से सेना के शीर्ष स्तर पर किए गए पहले बड़े फेरबदल का हिस्सा है। बाजवा ने दो हफ्ते पहले जनरल राहील शरीफ की जगह ली है।
सेना की ओर से जारी एक वक्तव्य के मुताबिक, बाजवा ने मुख्तार को इंटर सर्विसेस इंटेलिजेंस (आईएसआई) का महानिदेशक नियुक्त किया है, उन्होंने लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर की जगह ली है।
लेफ्टिनेंट जनरल अख्तर को नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी का अध्यक्ष बनाया गया है। अख्तर डॉन अखबार में छपी एक खबर के बाद से विवादों के केंद्र में आ गए थे। इस खबर में कहा गया था कि नवाज शरीफ सरकार ने सेना को कहा है कि वह आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करे अन्यथा देश अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में अलग थलग पड़ जाएगा।
आईएसआई के नए प्रमुख के पास खुफिया क्षेत्र का व्यापक अनुभव है और इस्लामाबाद में वह जासूसी एजेंसी की आतंकवाद निरोधक इकाई के प्रमुख रह चुके हैं। उन्हें वर्ष 1983 में आर्मर्ड कॉर्प्स रेजिमंड की कमान दी गई थी। वक्तव्य के मुताबिक सेना के शीर्ष स्तर पर किए गए प्रमुख बदलावों में, हाल ही में पदोन्नत किए गए लेफ्टिनेंट जनरल बिलाल अकबर को चीफ ऑफ जनरल स्टाफ नियुक्त किया जाना तथा लेफ्टिनेंट जनरल नजीर बट को पेशावर का कॉर्प्स कमांडर (11 कॉर्प्स) नियुक्त किया जाना शामिल है।
इन नियुक्तियों को नए सैन्य प्रमुख बाजवा की ‘नई टीम' को लाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। बाजवा गत 29 नवंबर को पाकिस्तान के 16वें सैन्य प्रमुख बने थे।
नए सैन्य प्रमुख ने इंटर सर्विसेस पब्लिक रिलेशंस और सिंध के रेंजर्स के प्रमुख के नामों की घोषणा नहीं की है। अधिकारियों का कहना है कि ‘‘राजनीतिक रूप से संवेदनशील इन नियुक्तियों'' पर फैसला लेने से पहले वह राजनीतिक नेतृत्व से सलाह मशविरा करेंगे।