इस्तांबुल के नाइट क्लब में आतंकी हमला, 39 की मौत

Update: 2017-01-01 21:33 GMT
(फोटो साभार: गूगल)

इस्तांबुल (भाषा)। तुर्की में वर्ष 2016 के खूनखराबे के बाद बेहतर भविष्य की उम्मीदों के साथ एक नाइटक्लब में नव वर्ष का जश्न मना रहे लोगों पर रविवार को एक व्यक्ति ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा हमले में लोग घायल हो गए। मरने वालों में कई विदेशी भी हैं।

खतरे के आगे झुकेगा नहीं तुर्की

पुलिस ने हमलावर की तलाश शुरू कर दी है। राष्ट्रपति रिसेप ताइप अर्दोआन ने कहा कि नरसंहार के जरिए अफरा-तफरी फैलाने और शांति को कमजोर करने की कोशिश की गई, लेकिन तुर्की इस तरह के खतरे के आगे नहीं झुकेगा। रेइना नाइट क्लब में गोलीबारी तुर्की में नववर्ष के आगमन के महज 75 मिनट बाद हुई। पिछला साल तुर्की के लिए अप्रत्याशित रक्तपात का रहा था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। इन हमलों के लिए कुर्द आतंकवादियों और जिहादियों को दोषी ठहराया गया था। पिछले साल तुर्की में खूनी तख्तापलट का विफल प्रयास भी हुआ था।

करीब 700 लोग मना रहे थे जश्न

तुर्की के अधिकारियों ने बताया कि रेइना क्लब में गोलीबारी करने से पहले हमलावर ने प्रवेश द्वार पर खड़े एक पुलिस कर्मी और एक असैन्य नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी। रेइना क्लब में घटना के वक्त तकरीबन 700 लोग नववर्ष का जश्न मना रहे थे। गृह मंत्री सुलेमान सोयलू ने बताया कि हमलावर वहां से फरार हो गया और उसे पकड़ने के लिए एक बड़ा खोज अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि वह जल्द पकड़ा जाएगा।

सांता क्लाज के भेष में आया हमलावर

सोयलू ने टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में कहा कि अब तक 20 पीड़ितों की पहचान की गई है और उनमें से 15 विदेशी और पांच तुर्क हैं। अन्य 65 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। शहर के गवर्नर वासिप साहिन ने कहा ‘उसने यहां नववर्ष का जश्न मनाने आए बेकसूर लोगों पर बेहद निर्ममता से गोलीबारी की।' कुछ लोग बचने के लिए पानी में भी कूद गए। दोगन समाचार एजेंसी ने बताया कि हमलावर सांता क्लॉज के भेष में आया था। उन्होंने बताया कि हमलावर अपने ओवरकोट में बंदूक छिपाकर वहां पहुंचा था और दूसरे कपड़ों में वहां से बाहर निकला।

किसी ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी

परिवार मंत्री फातिमा बेतुल सयांन काया ने संकेत दिया कि घायलों में कई लोग अरब के हैं। जार्डन ने कहा कि उसके तीन नागरिक हमले में मारे गए हैं, जबकि ट्यूनीशिया के विदेश मंत्रालय ने बताया कि दो ट्यूनीशियाई नागरिकों ने भी हमले में जान गंवाई है। इस्राइल के विदेश मंत्रालय ने बताया कि एक इस्राइली महिला भी मारी गई है, जबकि एक अन्य घायल हुआ है। अर्दोआन ने एक वक्तव्य में कहा कि इस तरह के हमले हमारे देश का मनोबल तोड़ने और अव्यवस्था पैदा करने के लिए किए जा रहे हैं।

इस्तांबुल में आतंकी हमले में दो भारतीयों की मौत

इस आतंकवादी हमले में मारे गए 39 लोगों में दो भारतीय नागरिक हैं। इस हमले में कम से कम 70 लोग जख्मी हुए। हमले में जान गंवाने वाले भारतीय नागरिकों की पहचान अबीस हसन रिजवी और कुशी शाह के तौर पर हुई। अबीस पूर्व राज्यसभा सदस्य और मुंबई के बांद्रा के जाने माने बिल्डर अख्तर हसन रिजवी के पुत्र हैं, जबकि कुशी गुजरात की रहने वाली हैं।

इस्तांबुल जा रहे भारतीय राजदूत

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दो भारतीय नागरिकों की मौत की पुष्टि करते हए ट्वीट किया, ‘तुर्की से मेरे पास एक बुरी खबर है। इस्तांबुल हमले में हमने दो भारतीय नागरिकों को खो दिया। भारतीय राजदूत इस्तांबुल जा रहे हैं।' उन्होंने कहा, ‘‘पीड़ितों के नाम हैं अबीस रिजवी, पूर्व राज्यसभा सदस्य के पुत्र और गुजरात की कुशी शाह। अबीस रिजवी ‘रिजवी बिल्डर्स' के सीईओ थे और वह 2014 में आई फिल्म ‘रोर: दि टाइगर्स ऑफ दि सुंदरबंस' सहित कई फिल्मों के निर्माता थे।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्तांबुल हमले में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘इस्तांबुल में लोगों की जान के नुकसान पर तुर्की की सरकार और लोगों के प्रति शोक संवेदनाएं हैं।' हमले में मारे गए विदेशियों में 18 साल की एक इस्राइली महिला और बेल्जियम का एक नागरिक भी शामिल है।

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