जया की 69वीं जयंती पर भतीजी दीपा ने बनाया सियासी मंच, विरासत के लिए लड़ेंगी

Update: 2017-02-24 20:54 GMT
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता।

चेन्नई (भाषा)। तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की 69वीं जयंती पर उनकी विरासत को लेकर तेज होती जंग के बीच भतीजी दीपा ने आज एक नए सियासी मंच का ऐलान किया तो वहीं अन्नाद्रमुक के अलग-अलग खेमों ने पूरे तमिलनाडु में कल्याणकारी सहायता कार्यक्रमों का आयोजन किया। अन्नाद्रमुक के अलग-अलग नेताओं के बीच जुबानी जंग के बीच मुख्यमंत्री इडापद्डी के पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार, उनके पूर्ववर्ती और असंतुष्ट नेताओं ने पनीरसेल्वम और तथा अन्नाद्रमुक ने अपने-अपने तरीके से पौधरोपण, चिकित्सा शिविर और राहत सामग्री का वितरण कर जयललिता की जयंती मनाई।

अपने घर पर भीड़ भरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दीपा ने कहा कि उनका राजनीतिक सफर ‘‘शुरू'' हो चुका है। उन्होंने इस मौके पर एक झंडा भी पेश किया जिसपर जयललिता और एमजी रामचंद्रन की तस्वीर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि यह ‘एमजीआर अम्मा दीपा फोरम' का एक ध्वज मात्र है। एक सवाल के जवाब में दीपा ने कहा कि लोग चाहते हैं कि वो आर के नगर सीट से चुनाव लड़ें जो अन्नाद्रमुक सुप्रीमो के निधन की वजह से खाली हुई है। दीपा ने कहा कि उन्हें राजनीति में आने के लिए काफी अनुरोध किया जा रहा था और आज का ये ऐलान उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए किया गया है। दीपा मंच की कोषाध्यक्ष होंगी। उन्होंने कहा कि वो आने वाल समय में अपनी आगे की रणनीति तैयार करेंगी और ‘‘सही समय आने पर'' इसका खुलासा करेंगी।

वहीं पनीरसेल्वम पर परोक्ष हमला करते हुए बेंगलुर जेल में बंद अन्नाद्रमुक महासचिव वी के शशिकला ने कहा, ‘‘जब दुश्मन और गद्दार पार्टी और सरकार को हराना चाहते थे, अम्मा की आत्मा ने हमारा मार्गदर्शन किया और अन्नाद्रमुक सरकार को सत्ता केंद्र में बैठाया।'' पार्टी के मुखपत्र ‘‘डा. नमाधु एमजीआर'' के आज के अंक में उन्होंने कहा, ‘‘आइये पार्टी की रक्षा और लोगों के लिए काम करने की शपथ लें।'' पनीरसेल्वम ने नाम लिए बगैर शशिकला और उनके परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि वो अम्मा (जयललिता) की इच्छा के विपरीत पार्टी पर कब्जा करने की कोशिश कर रही हैं। जयललिता की मौत से जुड़ी परिस्थितियों की न्यायिक जांच की मांग पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘धर्म युद्धम जारी रहेगा।

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