केरल के मुख्यमंत्री, मंत्री धरने पर बैठे, कहा नोटबंदी से सहकारी क्षेत्र तबाह हुआ

Update: 2016-11-18 16:42 GMT
धरना शुरु करने से पहले विजयन और उनकी कैबिनेट के सहयोगियों ने पालयम स्थित शहीद स्मारक से यहां आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय तक मार्च किया।

तिरुवनंतपुरम (भाषा)। केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन ने अपने मंत्रियों के साथ शुक्रवार को आरबीआई कार्यालय के सामने धरना दिया और केंद्र सरकार पर नोटबंदी की प्रक्रिया के आड़ में राज्य में सहकारी क्षेत्र को ‘‘तबाह'' करने का आरोप लगाया और साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।

धरना शुरु करने से पहले विजयन और उनकी कैबिनेट के सहयोगियों ने पालयम स्थित शहीद स्मारक से यहां आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय तक मार्च किया। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के कदम को राजनीतिक साजिश करार देते हुए BJP के उस आरोप को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि सहकारी समितियां कालाधन का अड्डा हैं।

प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऐहतियाती उपाय किये बिना एक हजार रुपये और 500 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया, जिसके चलते मौजूदा संकट पैदा हुआ और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रचलन में जो नोट हैं उनका करीब 84 से 86 फीसदी हिस्सा उन नोटों का है, जिन्हें बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इन्हें अचानक बंद किए जाने से ही मौजूदा संकट पैदा हुआ।

उन्होंने कहा, ‘‘एक अनुभवी प्रशासक का यह उचित फैसला नहीं है।'' विजयन ने कहा कि सहकारी क्षेत्र को पैसे जमा करने और एक हजार रुपये और 500 रुपये के नोट को बदलने की अनुमति नहीं दी जा रही जिसके कारण गहरा संकट पैदा हो गया है और उन्होंने इसे भाजपा के दुष्प्रचार का नतीजा बताया।

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