तस्वीरों में देखिए इलाहाबाद में माघी पूर्णिमा पर स्नान कर उत्सव मनाते श्रद्धालु, कल्पवास आज से समाप्त 

Update: 2017-02-10 13:56 GMT
इलाहाबाद में माघी पूर्णिमा पर स्नान कर उत्सव मनाते श्रद्धालु।

लखनऊ। आज 10 फरवरी शुक्रवार को माघ पूर्णिमा 2017 का स्नान है। इलाहाबाद सहित कई शहरों में जनता संगम सहित कई नदियों में स्नान कर उत्सव मना रही है। माघ पूर्णिमा और एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से सर्वमनोकामना सिद्धि मिलती है।

संगम के तट पर स्नान करते श्रद्धालु।

माघ मास की पूर्णिमा के दिन सभी तीर्थ स्थलों पर और पुण्य सलिला नदियों में स्नान, दान का विशेष महत्व है। इलाहाबाद में संगम तट पर पौष पूर्णिमा से शुरू होने वाला माघ मेला एक महीने बाद आज के दिन माघी पूर्णिमा पर समाप्त हो जाता है।

संगम के तट पर स्नान को जाते श्रद्धालु।

कल्पवास आज से खत्म

पूरे माघ के महीने में कल्पवास के बाद माघ का अंतिम स्नान पूर्णिमा के दिन ही किया जाता है। इस दिन उपासक हवन आदि कर अपना कल्पवास पूरा करते हैं। इसके बाद वे अपनी साधना का पवित्र प्रसाद लेकर अपने घरों या आश्रमों की ओर प्रस्थान करते हैं। माघ मास को अत्यन्त पवित्र मास माना गया है।

संगम के तट पर स्नान करते साधु।

दान का महत्व

इस दिन किए गए यज्ञ, तप तथा दान का विशेष महत्व होता है। भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। भोजन, वस्त्र, गुड़, कपास, घी, लड्डू, फल, अन्न आदि का दान करना पुण्यदायक माना जाता है। माघ पूर्णिमा में प्रात:काल सूर्योदय से पूर्व किसी पवित्र नदी या घर पर ही स्नान करके भगवान मधुसूदन की पूजा करनी चाहिए। माघ मास में काले तिलों से हवन और पितरों का तर्पण करना चाहिए। तिल के दान का भी विशेष महत्व है।

संगम के तट पर स्नान को जाते श्रद्धालु।

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