द्रमुक ने विमुद्रीकरण के मुद्दे पर मनमोहन सिंह की आलोचना का किया समर्थन 

Update: 2016-11-25 15:11 GMT
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह।

चेन्नई (भाषा)। कांग्रेस की सहयोगी पार्टी द्रमुक ने शुक्रवार को विमुद्रीकरण के क्रियान्वयन के मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा भारतीय जनता पार्टी की आलोचना का समर्थन किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पूर्व प्रधानमंत्री की जिज्ञासाओं पर जवाब नहीं देने के लिए लोगों की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

द्रमुक के कोषाध्यक्ष और तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता एमके स्टालिन ने कहा कि प्रधानमंत्री 1000 और 500 के पुराने नोटों की कानूनी निविदा रद्द करने की घोषणा के बजाय वह लोगों को रियायतें देने की घोषणा करते, तो बेहतर होता। उन्होंने कल पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा राज्यसभा में सरकार की आलोचना का हवाला देते हुये कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विमुद्रीकरण के क्रियान्वयन के तरीके को बहुत अच्छे से बताया है और इसे आश्चर्यजनक रुप से प्रबंधन की विफलता करार दिया।'' स्टालिन ने यहां पत्रकारों से कहा, कि इस प्रकार का बयान देकर सिंह ने इस मुद्दे पर अपनी ‘व्यथा' व्यक्त की है।

विमुद्रीकरण के मुद्दे पर उनका विचार पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘मोदी द्वारा मनमोहन सिंह की अनदेखी करने से पता चलता है कि प्रधानमंत्री लोगों को अनदेखा कर रहे हैं।'' बैल जल्लीकट्टू खेल के सवाल पर स्टालिन ने कहा कि यदि केंद्र और राज्य सरकार इस मामले पर विचार नहीं करती हैं, तो द्रमुक अगले साल से इसकी अनुमति देने के लिए भारी विरोध प्रदर्शन करेगी। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने हाल में ही तमिलनाडु में जल्लीकट्टू खेल पर प्रतिबंधित बढ़ा दिया था। यह खेल जनवरी में पोंगल त्योहार के समय खेलते हैं।

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