लखनऊ। मिड डे मील योजना में बच्चों को दोहपर का खाना साफ-सुथरे बर्तन में परोसा जाए, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने स्टेनलेस स्टील की थाली और गिलास देने की योजना की शुरूआत की है। शुक्रवार को मोहनलालगंज के धनुवासांड़ गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यहां के बच्चों को थाली और गिलास देकर इस योजना की विधिवत शुरूआत की।
114 करोड़ रुपए बजट आवंटित
इस योजना के प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश सरकार राजकीय, परिषदीय, सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों और अनुदादित मदरसों में कक्षा एक से लेकर आठ के छात्रों को थाली और गिलास बांटा जाएगा। जिसके लिए प्रदेश सरकार ने 114.00 करोड़ रुपए बजट आवंटित कर दिया है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में इस येाजना के माध्यम से दिसंबर 2016 तक बच्चों को थाली और गिलास उपलब्ध करा दिया जाएगा।
ताकि सरकारी स्कूलों में भी हो अच्छी पढ़ाई
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बच्चों को थाली और गिलास बांटने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शहर और गांव, निजी और सरकारी स्कूलों के बीच जो खाई है, उसके वह पाटने का काम कर रहे हैं। उनकी सरकार का प्रयास है कि जिस तरह से प्राइवेट स्कूलों में बच्चों की एजुकेशन हो रही है, उसी तरह सरकारी स्कूलों के बच्चे भी पढ़ें। उन्होंने कहा कि अच्छे स्कूलों के सिलेबस को वह सरकारी स्कूलों में भी लागू करेंगे।
मुख्यमंत्री ने गिनाईं उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार समाजवादी पौष्टिक आहार योजना के माध्यम से बच्चों को भोजन के साथ ही सप्ताह में एक दिन मौसमी फल का वितरण कर रही है। इसके साथ ही बच्चों को अतिरिक्त पोषक तत्व उपलबध कराने के लिए प्रत्येक बुधवार को गर्म दूध का उपलब्ध कराया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्मयंत्री ने अपनी उपब्धियों को जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन योजना के माध्यम से स्कूली बच्चों के नामांकन में वृद्धि, ड्राप आउट में कमी, स्वास्थ्य ओर शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार होने के साथ-साथ विद्यालय में सभी जाति और धर्म के बच्चो में भाईचारे की भावना का विकास हुआ है।