मोहन मुंडेरा कांड से काफी चर्चित हुए थे योगी आदित्यनाथ

Update: 2017-03-18 18:52 GMT
योगी आदित्य नाथ

लखनऊ। लंबे जद्दोजहद के बाद योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का नया सीएम चुन लिया गया है। जहां से वे आते हैं यानि गोरखपुर, वहा के गोरखनाथ मंदिर में लोगों की बहुत आस्था है। मकर संक्राति पर हर धर्म और वर्ग के लोग बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने आते हैं। महंत दिग्विजयनाथ ने इस मंदिर को 52 एकड़ में फैलाया था। उन्हीं के समय गोरखनाथ मंदिर हिंदू राजनीति के महत्वपूर्ण केंद्र में बदला, जिसे बाद में महंत अवैद्यनाथ ने और आगे बढ़ाया. उनके निधन के बाद महंत योगी आदित्यनाथ इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।

गिरफ़्तार करने वाले डीएम और एसपी को दो दिन बाद ही मुलायम सिंह यादव की सरकार ने सस्पेंड कर दिया था

कुशीनगर ज़िले में साल 2002 में मोहन मुंडेरा कांड हुआ था। जिसके बाद योगी के नेतृत्व में दोषियों पर कार्रवाई के लिए बड़ा आंदोलन शुरू हुआ। इसके बाद पूर्वांचल में योगी एक मजबूत नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाने लगे। जनवरी 2007 में एक युवक की हत्या के बाद योगी आदित्यानाथ की हिन्दू युवा वाहिनी कार्यकर्ताओं का गोरखपुर में एक खास संपद्राय से झगड़ा हुआ। उसके बाद हालात बिगड़ गए और प्रशासन को कर्फ़्यू लगाना पड़ा। रोक के बावजूद योगी आदित्यनाथ को सभा करने और उत्तेजक भाषण देने के आरोप में उन्हें 28 जनवरी 2007 को गिरफ़्तार कर लिया गया।

उनको गिरफ़्तार करने वाले डीएम और एसपी को दो दिन बाद ही मुलायम सिंह यादव की सरकार ने सस्पेंड कर दिया। योगी की गिरफ़्तारी के बाद कई ज़िलों में हिंसा, तोड़फोड़, आगज़नी की घटनाएं हुईं, जिनमें दो लोगों की मौत हो गई थी। अपनी गिरफ्तारी के बाद लोकसभा पहुंचरक जिसका ने लोकसभा में अपनी गिरफ्तारी घटना को बताते हुए रोया था। जिसको लेकर उस समय लोकसभा के स्पीकर सोमनाथ चटर्जी ने सांसद के साथ ऐसी घटना की कड़ी निंदा की थी।

Similar News