चार बार से अधिक कैश निकालने पर हर बार देने होंगे 150 रुपए

Update: 2017-03-02 09:51 GMT
कैशलेश अर्थव्यवस्था को झटका।

नई दिल्ली (भाषा)। कैशलेस अर्थव्यवस्था को निजी बैंकों ने आज करारा झटका दिया है। अब देश के निजी बैंक तय सीमा से अधिक लेनदेन या नकद निकासी करने पर ट्रांजेक्शन चार्ज लगाएंगे। ट्रांजेक्शन चार्ज का यह नया नियम आज यानी एक मार्च से लागू हो गया है।

देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी के नए नियम के मुताबिक, कोई भी ग्राहक अब एक महीने में चार बार कैश निकालने और कैश जमा करने के ट्रांजेक्शन को मुफ्त में कर सकेगा। पांचवें और उसके बाद के सभी ट्रांजेक्शन पर बैंक 150 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन चार्ज वसूलेगी। इतनी ही नहीं, एचडीएफसी बैंक के नियम के मुताबिक, इस 150 रुपए के ट्रांजेक्शन चार्ज पर आपको अलग से टैक्स और सेस भी अदा करना होगा।

एचडीएफसी के मुताबिक बैंक के सीनियर सिटिजन ग्राहकों और नाबालिग बैंक खाताधारकों के लिए प्रतिदिन निकासी सीमा 25,000 रुपए रहेंगी, हालांकि इन खाताधारकों पर कोई चार्ज अथवा टैक्स नहीं लगेगा। इसके साथ ही नोटबंदी के बाद बैंक द्वारा लगाया गया कैश हैंडलिंग चार्ज तत्काल प्रभाव से हटा लिया गया है।


एक्सिस बैंक ने दिए पांच फ्री ट्रांजेक्शन

निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने अपने ग्राहकों को एक महीने में पांच कैश ट्रांजेक्शन फ्री दिए हैं। एक्सिस बैंक के मुताबिक, उसके ग्राहत पांच फ्री ट्रांजेक्शन के साथ एक महीने में 10 लाख रुपए तक की निकासी बिना किसी भुगतान के कर सकते हैं। इसके ऊपर किए गए कैश ट्रांजैक्शन पर बैंक चार्ज वसूल करेगी।

एक अप्रैल से एसबीआई में भी बदल जाएंगे नियम

एसबीआई ने भी कैश के लिए नए नियमों का ऐलान कर दिया है। हालांकि एसबीआई के नियम मौजूदा वित्त वर्ष खत्म होने पर एक अप्रैल से प्रभावी होंगे। एसबीआई के मुताबिक अब उसके खाताधारक अपने होम ब्रांच से महीने में महज तीन बार कैश लेनदेन कर सकते हैं। एसबीआई ने तीन फ्री टांजेक्शन के बाद चौथे ट्रांजेक्शन से प्रति ट्रांजेक्शन 50 रुपए वसूलने का ऐलान किया है।

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