सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा, शांति भंग हुई तो ‘शक्ति प्रदर्शन’ करेंगे 

Update: 2017-01-15 14:40 GMT
नई दिल्ली में सेना दिवस 2017 के अवसर पर इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर शहीद सैनिकों को सलामी देते सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा और एअर चीफ मार्शल बीरेन्द्र सिंह धनोवा।

नई दिल्ली (आईएएनएस)। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने रविवार को कहा कि यदि सीमा पर शांति को बाधित किया जाता है तो भारत अपना शक्ति प्रदर्शन करेगा। सेना दिवस के मौके पर बोलते हुए उन्होंने तीनों सेनाओं को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए साथ-साथ काम करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, "हम सीमा पर शांति चाहते है। लेकिन शांति को बाधित करने के किसी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारे सीमा पर शांति बहाली के प्रयास को कमजोरी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए।"

उन्होंने कहा, "हम दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन हम शांति बहाली को बाधित करने वालों को चेतावनी देना चाहते हैं कि हम अपनी शक्ति भी अच्छी तरह प्रदर्शित कर सकते हैं।" रावत ने कहा, "सेना, वायु सेना और नौसेना को आगामी चुनौतियों का मिलकर सामना करना चाहिए।"

उन्होंने कहा, "यह जरूरी है कि सभी तीनों बल साथ मिलकर काम करें। यह सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा।" जनरल ने कहा, "मैं नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक और दूसरे बलों को भरोसा देना चाहता हूं कि उन्हें हमेशा सेना का सहयोग मिलता रहेगा।"

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