संसद का आज अंतिम दिन: राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, लोकसभा 12 बजे तक

Update: 2016-12-16 12:37 GMT
संसद सत्र 16 नवंबर से

नई दिल्ली (भाषा)। लोकसभा में आज विपक्षी दलों ने मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत नोटबंदी मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की वहीं कांग्रेस ने अगस्तावेस्टलैंड सौदे में रिश्वत का आरोप लगाने के लिए सरकार की आलोचना की। विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने को कहा, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों के सदस्य नोटबंदी के मुद्दे पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग करने लगे।

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि कल हम चर्चा के लिए तैयार थे लेकिन चर्चा नहीं होने दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री ने बेबुनियाद आरोप लगाए जो सही नहीं है।

इस पर अध्यक्ष ने उनसे कहा कि वह 12 बजे बोलें और इसके लिए 12 बजे का समय तय किया गया है। इसके बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए।अध्यक्ष ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया।

वित्त मंत्रालय से जुडा एक प्रश्न लिया गया और मंत्री ने उसका जवाब भी दिया। हालांकि विपक्षी सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा।

सुमित्रा महाजन ने हंगामा कर रहे सदस्यों से सवाल किया कि क्या आज भी कोई काम नहीं करना है? सदन में व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ने कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया। सभापति हामिद अंसारी ने भावुक संबोधन के साथ सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले अंसारी ने अपने भावुक संबोधन में कहा, "नियमित और लगातार अवरोध इस सत्र की पहचान रही.. सभी वर्गो ने नारे लिखी तख्तियों को लहराने और शोर-शराबे से संबंधित नियमों की अनदेखी की।"उन्होंने कहा कि सदन में केवल उसी वक्त शांति रही, जब दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई।

राज्यसभा ने आज अपने पूर्व सदस्य वी रामानाथन को श्रद्धांजलि दी। उनका पिछले महीने निधन हो गया था। राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने सुबह उच्च सदन की बैठक शुरु होने पर रामानाथन के निधन का जिक्र किया। उनका 10 नवंबर को निधन हो गया था। वह 83 साल के थे। मार्च 1933 में तमिलनाडु में पैदा हुए रामानाथन ने अन्नामलाई विश्वविद्यालय और मद्रास विश्वविद्यालय में शिक्षा हासिल की थी। पेशे से अधिवक्ता रामानाथन ने अप्रैल 1984 से अप्रैल 1990 के बीच उच्च सदन में तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व किया। सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके सम्मान में अपने स्थानों पर खडे होकर कुछ क्षणों का मौन रखा।

Similar News