आभूषण खरीदने और बेचने वालों पर आयकर विभाग की निगाहें 

Update: 2016-11-15 18:14 GMT
लखनऊ में एक आभूषण की दुकान पर ग्राहकों की भीड़। फोटो : विनय गुप्ता

नई दिल्ली (भाषा)। सरकार के 500 रुपए व 1000 रुपए के नोट बंद करने के फैसले के बीच कालेधन का उपयोग आभूषण खरीद में किए जाने पर कर अधिकारियों की कड़ी नजर है। इस बात को लेकर नजर है कि कहीं बिना पैन दर्ज किए बड़ी संख्या में पुराने नोटों से दो लाख रुपए से कम की कई किस्तों में आभूषणों की बिक्री तो नहीं की जा रही है।

सरकार के पुराने बड़े मूल्य वर्ग के नोटों को अमान्य करने के बाद अवैध धन को खपाने का सोना, चांदी की खरीद को सबसे उपयुक्त तरीका माना जा रहा है। पिछले सप्ताह जैसे ही सरकार ने यह फैसला किया सोना 50,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव तक बिकने के समाचार हैं जबकि बाजार मूल्य 31,000 रुपए के आस-पास बना हुआ है। कालेधन को खपाने के लिए अवैध राशि में 20 से 40 प्रतिशत कटौती की भी बात सामने आई है।

दो लाख रुपए से अधिक के आभूषण खरीदने पर खरीदार का स्थायी खाता संख्या (पैन) दर्ज करना जरूरी है। हम इस मामले में सर्राफा कारोबारियों पर नजर रखे हुए हैं कि पैन का उल्लेख नहीं करने के लिए कहीं वह आभूषणों की बिक्री दो लाख रुपए से कम रखने के लिए कई टुकड़ों में तो नहीं कर रहे हैं। जहां कहीं भी इस नियम का उल्लंघन होता दिखेगा उनपर जरूरी कारवाई की जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा।
सुशील चंद्रा चेयरमैन केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) (संवाददाताओं से कहा)

प्रगति मैदान में आज से शुरू हुए भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में सीबीडीटी मंडप का उद्घाटन करते हुए चंद्रा ने कहा, ‘‘पुराने नोटों में चाहे राशि जमा करने का मामला हो अथवा सामान की बिक्री हो हम नजर रखे हु हैं और कदम उठा रहे हैं।''

समझा जाता है कि सरकार इस मुद्दे पर भी गौर कर रही है कि वह आभूषण विक्रेताओं से कहे कि वह पुराने बडे सभी नोटों को एक निश्चित तिथि तक जमा करा दें ताकि अवैध धन प्रवाह को रोका जा सके। इस तरह की आशंका व्यक्त की जा रही है कि सर्राफा कारोबारी पिछली तिथि में हुई नकद बिक्री भी दिखा सकते हैं।

माना जाता है कि प्रधानमंत्री की आठ नवंबर की घोषणा के बाद कुछ ही घंटों में 250 किलो सोना बेचा गया। वित्त मंत्रालय ने अपने राजस्व खुफिया एजेंसियों को आभूषण विक्रेताओं और हवाला कारोबारियों के खिलाफ कारवाई करने और अमान्य की गई मुद्रा के प्रवाह पर नजर रखने को कहा है।

25 शहरों में करीब 600 सर्राफा कारोबारियों को नोटिस भेजे

आयकर विभाग ने 25 शहरों में करीब 600 सर्राफा कारोबारियों को नोटिस भेजे हैं। उनसे उनकी 7 से 10 नवंबर के बीच की गई बिक्री का ब्यौरा मांगा गया है। बहरहाल, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, बेंगलूरु, हैदराबाद, भोपाल, विजयवाडा, नासिक और लखनऊ में सर्राफा कारोबारियों पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क आसूचना महानिदेशालय (डीजीसीईआई) की नजर है, इस कारवाई का दूसरे शहरों में भी विस्तार किया जाएगा।


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