नोटबंदी: औपचारिक अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है भारत: अमिताभ कांत

Update: 2016-11-23 16:06 GMT
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत।

नई दिल्ली (भाषा)। सरकार के ऊंचे मूल्य वर्ग के नोट बंद करने के फैसले का समर्थन करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने बुद्धवार को कहा कि देश आज पूरी तरह डिजिटल भुगतान प्रणाली की ओर बढ़ रहा है जिससे दीर्घावधि में अर्थव्यवस्था को भारी लाभ होगा।

कांत ने कहा, ‘‘नोटबंदी से देश को दीर्घावधि का लाभ होगा। देश डिजिटल भुगतान अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ेगा। यह एक पूरी तरह औपचारिक अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ेगा।'' कांत ने 500 और 1,000 के नोट को बंद करने के कदम को शानदार और अच्छा कदम बताते हुए कहा कि इससे लघु अवधि में कुछ मुद्दे होंगे, लेकिन दीर्घावधि में इसका बड़ा लाभ होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बड़ा काम है। सीमित अवधि में इससे कुछ मुद्दे खड़े हो सकते हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि हमें चिंतित होने की जरुरत है। प्रधानमंत्री ने काले धन को समाप्त करने के लिए 50 दिन मांगे हैं।'' कांत ने कहा कि देश गैर औपचारिक से औपचारिक अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को धैर्य और भरोसा रखना चाहिए।

सरकार ने आठ नवंबर की मध्यरात्रि से 500 और 1,000 रुपये के नोट अमान्य करने की घोषणा की। इस घोषणा के बाद से बैंकों और एटीएम के बाहर नकदी लेने वालों की लंबी लंबी लाइनें लगीं हुई हैं। लोग अपने पुराने नोट जमा करने और नकदी पाने के लिये घंटों प्रतीक्षा कर रहे हैं। नोटबंदी की घोषणा के अब दो सप्ताह बाद लोगों को कुछ राहत महसूस हो रही है। बैंकों और एटीएम के बार पंक्तियां छोटी हुई हैं और करीब 40 प्रतिशत एटीएम पर नये नोट मिलने लगे हैं। हालांकि, अभी भी कई स्थानों पर नकदी उपलब्ध नहीं होने की शिकायतें हैं।

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