नई दिल्ली (भाषा)। स्वास्थ्य के संबंध में आनलाइन सलाह लेने वालों की संख्या में ‘भारी इजाफा' दर्ज किया गया है। विमुद्रीकरण के बाद नकदी संकट से जूझ रहे लोग अब टेलीफोन पर स्वास्थ्य संबंधी सलाह और उपचार को तरजीह दे रहे हैं।
ऑनडिमांड स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने वाली दिल्ली स्थित ऑनलाइन प्लेटफार्म ‘विजिट' ने बताया कि रोजाना पूछताछ करने वालों की संख्या में 20-25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुयी है। यह ऑनलाइन प्लेटफार्म वेब और मोबाइल ऐप्लीकेशन पर उपलब्ध है। इससे करीब 500 चिकित्सक जुड़े हैं, जिनमें मनौवैज्ञानिक, दंत चिकित्सक, त्वचा विशेषज्ञ और सामान्य चिकित्सक शामिल हैं। इसके अलावा इसमें एमबीबीएस चिकित्सक भी है, जो मुफ्त में स्वास्थ्य संबंधी सलाह एवं परामर्श उपलब्ध कराते हैं।
विजिट के प्रमुख अनुराग प्रसाद ने पे्रट्र से कहा, ‘‘मुफ्त सलाह लेने वालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुयी है। इसलिये अब हम और चिकित्सकों को इससे जोड़ने के बारे में सोच रहे हैं। इसके अलावा हम ग्रामीण क्षेत्रों में भी फोन पर सलाह लेने वाले नेटवर्क को बढ़ा रहे हैं। पहले हमें रोजाना करीब 500 फोन आते थे, जो विमुद्रीकरण के बाद अब बढ़कर 3,000 पर पहुंच गये हैं।''
उन्होंने बताया कि इस समय लोगों के पास चिकित्सकों को देने के लिए नकदी नहीं है, इसलिये वह लोग ई-वालेट का रुख कर रहे हैं। नकदी की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवायें देने वाले ऐप का प्रयोग बढ़ा है।