एक साथ कई लूट की घटनाआें का पुलिस ने किया खुलासा 

Update: 2017-03-20 16:50 GMT
पुलिस ने गैर जनपद के दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

उन्नाव। ताबड़तोड़ लूट की घटनाआें से आजिज पुलिस ने शनिवार को एक साथ कई घटनाआें का खुलासा कर दिया। पुलिस ने गैर जनपद के दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि इन्होंने ही जिले के अलग अलग थानाक्षेत्रों में लूट की घटनाआें को अंजाम दिया था। पकड़े गए अपराधियों के पास से पुलिस ने लूट का सामान भी बरामद किया है।

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शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित हुई पत्रकार वार्ता में एसपी नेहा पांडेय ने असोहा थानाक्षेत्र के कालूखेड़ा में रहने वाले ट्रांसपोर्ट व्यवसाई प्रेमशंकर दीक्षित व आसीवन थानाक्षेत्र के हैदराबाद में पूर्व चेयरमैन इंद्र देव सिंह के घर हुई लूट की घटनाआें का खुलासा किया। एसपी नेहा पांडेय ने बताया कि लगातार हो रही आपराधिक घटनाआें के बाद स्वाट टीम व कई थानों की पुलिस को घटनाआें के खुलासे के लिए लगाया गया था।

इस बीच मुखबिर की सूचना के आधार पर स्वाट टीम ने फतेहपुर जनपद के मियांटोला कोडा जहानाबाद में रहने वाले पिंकू उर्फ मुस्तकीम पुत्र मुकीम व मुबीन पुत्र अनवर को गिरफ्तार किया। पकड़े गए इन दोनों अपराधियों में पूछताछ में ट्रांसपोर्ट व्यवसाई व पूर्व चेयरमैन के घर हुई लूट की घटनाआें के साथ ही 29 जनवरी को बीघापुर के घाटमपुर खुर्द में प्रधान की हत्या की भी बात कबूल की है। मुस्तकीम व मुबीन के पास से पुलिस टीम ने दो तमंचा, सात कारतूस, एक स्कूटी बरामद की है।

जबकि असोहा में प्रेमशंकर दीक्षित के घर हुई घटना में लूटे गए उन्नीस हजार रुपये, तीन सोने की जंजीर, एक सोने का लॉकेट और आसीवन में पूर्व चेयरमैन के घर से लूटे गए माल में एक सोने का हार, दो सोने की झुमकी, दो सोने के छोटे टप्स, दो सोने के लॉकेट, एक टूटी हुई झुमकी, एक चांदी की कमर पेटी, 16 चांदी के लच्छे और कई अन्य आभूषण बरामद किए हैं। एसपी नेहा पांडेय ने घटनाआें का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में शामिल असोहा थानाध्यक्ष जेएन सिंह, योगेश दीक्षित, अमीर सिंह, विनोद कुमार यादव, स्वाट प्रभारी एेनुद्दीन, अनिल सिंह को प्रोत्साहन के तौर पर पांच हजार रुपये की नगद राशि दी है।

जेल में करते थे प्लानिंग, छूटने के बाद घटना को देते थे अंजाम

उन्नाव। लूट की घटनाआें को अंजाम देने वाले दो शातिर अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधियों ने बताया कि वह घटनाआें की प्लानिंग जेल के अंदर करते थे। जेल में रहते हुए वह अपने साथियों से चोरी करने वाले मकान का नक्शा बनवाते थे। जेल से छूटने के बाद वह उसी नक्शे के आधार पर घर की रेकी करते थे और बाद में मौका पाकर घटना को अंजाम देते थे। आरोपी मुस्तकीम व मुबीन ने बताया कि घटना को अंजाम देते समय वह अपने पास हथियार भी रखते थे। जिनका प्रयोग वह अपने बचाव के लिए करते थे। मुस्तकीम व मुबीन ने उन्नाव के साथ ही हरदोई, फतेहपुर, लखनऊ, कानपुर नगर, देहात, रायबरेली में भी घटनाआें को अंजाम दे चुके हैं।

मनोज की हत्या की जेल में मिली थी सुपारी

उन्नाव। बीघापुर के घाटमपुर खुर्द के प्रधान मनोज की हत्या का भी पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस का दावा है कि लूट की घटनाआें में शामिल रहे मुस्तकीम व मुबीन ने तीन लाख रुपये की सुपारी लेकर मनोज की हत्या की थी। पुलिस की पूछताछ में मुस्तकीम व मुबीन ने बताया कि जेल में रहते हुए घाटमपुरखुर्द में रहने वाले मुन्नर पंडित व उनके लडक़ों ने सुपारी दी थी। मुन्नर पंडित की प्रधान मनोज से रंजिश चलती थी। जेल से छूटने के बाद मुन्नर के लडक़ों ने उन्हें प्रधान मनोज का घर दिखाया था। घर दिखाने के बाद 29 की रात मुस्तकीम ने अपने भाई कय्यूम के साथ मिलकर मनोज को उस वक्त गोली मार दी थी। जिस वक्त वह अपने घर के बाहर आग ताप रहा था। मुस्तकीम ने बताया कि मनोज की हत्या के लिए उसे एक लाख रुपये नकद मिल गया था। जबकि मुन्नर ने घटना के बाद दो लाख रुपये देने का वादा किया था।

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