दुर्लभ जुड़वां बच्चे आज मनाएंगे अपनी पहली दिवाली

Update: 2016-10-29 22:22 GMT
गिल परिवार के इन दोनों बेटों ने 28 अक्तूबर को अपना पहला जन्मदिन मनाया। फोटो : साभार इंडियन एक्सप्रेस

नई दिल्ली (भाषा)। कई डॉक्टरों ने 29 साल की निधि गिल को सलाह दी थी कि अत्यंत जोखिम भरे गर्भ के कारण वह अपने ‘मोनोएमनियोटिक' जुड़वां बच्चों में से एक को या दोनों का गर्भपात करा दें, लेकिन निधि के दोनों लड़के इस मेडिकल स्थिति के बावजूद आज अपनी जिंदगी की पहली दिवाली मनाएंगे। पूरी तरह स्वस्थ दोनों बच्चों ने शुक्रवार को अपना पहला जन्मदिन मनाया था।

क्यों हैं दुर्लभ

गिल के परिवार के पहले जुड़वां बच्चे वीर और शौर्य एक आपातकालीन सर्जरी के जरिए दिल्ली के एक अस्पताल में पैदा हुए थे। गर्भ की वृद्धि की गति में कमी या गर्भाशय के भीतर भ्रूण की खराब वृद्धि की आशंकाओं के कारण गर्भावस्था के 33वें हफ्ते में जुड़वां बच्चे का जन्म हुआ। मोनोएमनियोटिक जुड़वां बच्चे (गर्भाशय के भीतर एक ही एमनियोटिक थैली साझा करने वाले) काफी दुर्लभ होते हैं। 35,000 गर्भावस्थाओं में एक से लेकर 60,000 गर्भावस्थाओं में एक ऐसे बच्चों का जन्म होता है। ऐसे गर्भ में गंभीर जटिलताएं पैदा हो सकती हैं, खासतौर पर भू्रण के लिए यह काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है। दिल्ली की कामकाजी महिला निधि ने बताया, ‘‘मुझे ऐसे जुड़वां बच्चों के बारे में कुछ भी नहीं पता था और कई लोगों ने हमें एक या दोनों बच्चों का गर्भपात करा लेने की सलाह देते हुए कहा कि यदि इस दुर्लभ किस्म की गर्भावस्था की तरफ मैंने कदम बढ़ाया तो मेरी और बच्चों की जान को खतरा हो सकता है। लेकिन मैं बच्चे को जन्म देना चाहती थी.''

उन्होंने कहा, ‘‘और प्रसव के दिन मैं जगी हुई थी, काफी नर्वस महसूस कर रही थी जब मुझे कोई आवाज सुनाई नहीं देती थी। लेकिन कुछ देर बाद पहला बच्चा रोया और कुछ मिनटों बाद दूसरा भी रोया। यह काफी सुखदायी अनुभव था।''

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