दो हज़ार रुपए के बदले थमा दिया चूरन वाला नकली नोट

Update: 2016-11-21 10:48 GMT
जानकारी के अभाव में गरीब लूटे जा रहे। 

स्वयं डेस्क
ललितपुर।
नोट बंदी के फैसले के बाद तमाम तरीके से लोगों ने रुपए कमाने का जुगाड़ अपनाना शुरू कर दिया है। इस बीच अशिक्षितों को लोग बहका कर उनसे 500 और 1000 रुपए की नोट ऐंठ ले रहे हैं।
दरअसल, प्रेमबाई पत्नी लक्खू कोरी (उम्र 52 वर्ष) को रुपयों की आवश्यकता थी। उसके पास कुछ 500 रुपए के पुराने नोट थे। इसे बदलवाने के लिए वह शनिवार की दोपहर तीन बजे सर्व यूपी ग्रामीण बैंक शाखा स्टेशन रोड ललितपुर गयी। इसके आगे प्रेम बाई बताती हैं, "लम्बी लाइन लगी थी और हम भी लाइन में लग गये। मैं इसी उम्मीद में बैंक गई थी कि चार हजार रुपए ले लूंगी।"
इसके आगे वह बताती हैं, "उसी समय गाँव के दो लोग कांशीराम और मेहरबान आये और बोले कि मेरे पास दो हजार रुपये के नोट हैं। तुम ये रुपया ले लो और पुराने नोट मुझे दे दो। मैं विश्वास में आ गयी।"
इसी के साथ प्रेम बाई ने 500 रुपए के आठ नोट उन दोनों को थमा दिए। वे आगे बताती हैं, "मैं रुपया लेकर घर चली गयी। घर पहुंचने पर मैंने ध्यान दिया तो वह चूरन वाला नकली नोट निकला।" इसके बाद प्रेम बाई फफक-फफक कर रोने लगी। वह रोती हुई पुलिस के पास पहुंची। पीड़ित महिला ने कोतवाली पुलिस ललितपुर से रुपए वापस दिलाने की गुहार लगाई है।

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