रेहड़ी, खोमचे वाले भी होंगे डिजिटल

Update: 2016-12-15 19:34 GMT
सब्जी वाले कर रहे पेटीएम का इस्तेमाल।

नई दिल्ली (भाषा)। सरकार के नोटबंदी के बाद रेहड़ी, खोमचे वालों की कमाई पर असर को देखते हुए इनके एक संगठन ने मोबाइल वालेट कंपनी से गठजोड़ किया है जो कि उन्हें डिजिटल भुगतान के तौर तरीके सिखाएगी।

नेशनल एसोसिएशन आफ स्ट्रीट वेंडर्स आफ इंडिया (एनएएसवीआई) ने यहां मोबिकवीक से गठजोड़ की घोषणा की है जो कि मोबाइल वालेट व आनलाइन भुगतान कंपनी है। एनएएसवीआई का कहना है कि वह देश भर में 30 लाख से अधिक रेहड़ी व खोमचे वालों का प्रतिनिधित्व करता है।

एनएएसवीआई के समन्वयक अरविंद सिंह ने कहा,‘ नोटबंदी की घोषणा के बाद से ही हमारे विक्रेताओं की आय घटी है। हम इस गठजोड़ को नकदी संकट से जूझने के अवसर के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यह संगठन थोक डीलरों के साथ डिजिटल तरीके से लेन देन की कोशिश करेगा।

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