बंदरों के आतंक से बचाने के लिए वन विभाग चलायेगा अभियान 

Update: 2017-02-14 15:20 GMT
बंदरों के आतंक के चलते शहर के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।

लखनऊ। बंदरों के आतंक के चलते शहर के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। शहर के किसी भी गली या मेन सड़क पर बंदरों को एक ईमारत से दूसरी ईमारत तक छलांग लगते हुए आसानी से देखा जा सकता है। इस परेशानी से निजात पाने के लिए डीएफओ श्रध्दा यादव से बात करने पर उन्होंने बताया कि “बंदरों का आतंक पूरे शहर में है। इसको पूरी तरह से खत्म तो नहीं किया जा सकता है, लेकिन काफी हद तक रोका सकता है। इसके लिए वन विभाग अभियान चलाया जाएगा।”

“बंदरों के आंतक को रोकने के लिए रेस्क्यू सेंटर बनाने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए शासन को बजट देंगे ताकि जिन बंदरों को पकड़ा जाए। उनको इधर-उधर छोड़ने की बजाय सेंटर में रखें।”
इंदिरा नगर स्थित अरण्य विभाग में बैठक करते हुए श्रृद्धा यादव ने कहा

“कई राज्यों में बंदरों के आंतक को रोकने के लिए बधियाकरण किया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश में अगर इसको अपना लिया जाए तो इनकी संख्या को कम किया जा सकेगा।”
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. अरविंद राव ने बताया,

राजधानी के विभिन्न इलाकों में लोग बंदरों के आतंक से परेशान हो चुके हैं। रोड पर सामान लेकर जाना उनके लिए खासा मुसीबत बन गया है। ऐसे में वन विभाग द्वारा उठाए कदमों से लोगों को राहत मिलेगी।

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