लखनऊ। मेट्रो रेल परियोजना के परवान चढ़ने के बाद राजधानी के लोगों की जिंदगी में दोगुनी तेजी आएगी। मेट्रो रेल की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। मगर स्टेशनों पर रुकने के समय को मिला कर औसत रफ्तार 38 किलोमीटर की होगी। जबकि पीडब्ल्यूडी और एलएमआरसी के विभिन्न सर्वे के मुताबिक, राजधानी में सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या के चलते 20 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक की गति वाहनों को नहीं मिल पा रही है। ऐसे में मेट्रो के जरिये राजधानी और अधिक रफ्तार पकड़ेगी। इसके अलावा एलएमआरसी ने टिकटों की दर भी फाइनल कर दी है। जिसके मुताबिक 6 से लेकर 38 रुपये तक का टिकट मेट्रो का होगा।
एक दिसंबर से मेट्रो रेल का ट्रायल शुरू
एक दिसंबर से मेट्रो रेल का ट्रायल राजधानी में शुरू होगा। अमौसी से मुंशीपुलिया के पहले कॉरिडोर में मेट्रो फिलहाल ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के बीच दौड़ेगी। 23 किलोमीटर की ये परियोजना करीब 6800 करोड़ रुपये की है। जबकि पहले आठ किलोमीटर पर खर्च 2000 करोड़ रुपये का आ रहा है। इस परियोजना में केंद्र से 20 फीसदी, राज्य से 20 फीसदी और जबकि 60 फीसदी विदेशी ऋण के सहारे लिया जा रहा है।
राजधानी में रोजाना दौड़ते हैं 10 लाख वाहन
एलएमआरसी ने मेट्रो परियोजना की जो डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई है, उसके मुताबिक राजधानी की सड़कों पर रोजाना करीब 10 लाख वाहन दौड़ते हैं। जिससे यहां वाहनों की गति 20 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक नहीं हो पाता है। एनएमआरसी के निदेशक दलजीत सिंह बताते हैं कि मेट्रो इसको बदल देगी। मेट्रो की रफ्तार दौड़ते समय करीब 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जबकि औसत रफ्तार 38 किलोमीटर होगी। ऐसे में मेट्रो में बैठ कर लोग दोगुनी रफ्तार से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
6 से 38 रुपये के बीच किराया, टीपी नगर से चारबाग तक 15 रुपये
एलएमआरसी के सूत्रों के मुताबिक, मेट्रो रेल परियोजना के लिए किराया तय हो चुका है। अमौसी से मुंशीपुलिया के बीच कुल 38 रुपये किराया होगा, जबकि कम से कम किराया छह रुपये होगा। टीपी नगर से चारबाग के बीच सबसे पहले मेट्रो दौड़ेगी, यहां तक का किराया 15 रुपये होगा। ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन होगा। जिसके तहत टोकन और स्मार्ट कार्ड सिस्टम होगा। स्मार्ट कार्ड के जरिये रिचार्ज करा के मेट्रो में सफर किया जा सकेगा।