डोनाल्ड ट्रंप नए अमेरिकी राष्ट्रपति चुने गए, मतदाताओं का व्यवस्था के खिलाफ मतदान

Update: 2016-11-09 17:41 GMT
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए और 45वें राष्ट्रपति बनें।

न्यूयॉर्क (आईएएनएस)| राजनीति में नए डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव जीतकर दुनिया को चौंका दिया है। मतदाताओं ने आत्मसंतुष्ट, उदारवादी व्यवस्था के खिलाफ एक तरह से विद्रोह करते हुए हिलेरी क्लिंटन को खारिज कर दिया।

ट्रंप ने बुधवार सुबह अपनी जीत के बाद अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए देश की एकजुटता की बात की। उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए एकजुट होने का समय है।" उन्होंने 'देश के हर नागरिक के लिए काम करने की शपथ' ली और कहा कि वह देश को एक करने के लिए उन लोगों का मार्गदर्शन और मदद लेंगे, जो उनके आलोचक थे।

ट्रंप ने चुनाव अभियान में क्लिंटन की कड़ी मेहनत की सराहना की और कहा, "उन्होंने हमारे देश की जो सेवा की है, हम उसके ऋणी हैं।" उन्होंने कहा, "हमारे देश के भुला दिए गए पुरुष और महिलाएं अब और नहीं भुलाए जाएंगे।"

उन्होंने कहा, "कोई भी सपना ज्यादा बड़ा नहीं है। अमेरिका सर्वश्रेष्ठ से कम का हकदार नहीं है।" दुनिया के लिए उन्होंने संदेश दिया कि हालांकि उनके लिए अमेरिका सबसे पहले है, लेकिन 'हम मतभेद नहीं, आम सहमति के लिए प्रयासरत रहेंगे।'

इससे पहले क्लिंटन ने ट्रंप को बधाई दी और अपनी हार स्वीकार की।

क्लिंटन ने यहां तड़के दो बजे जश्न की अपनी बैठक रद्द कर दी और समारोह स्थल पर नहीं पहुंचीं, जहां उनके हजारों समर्थक निराशा में डूबे हुए थे। उनके प्रचार अभियान के प्रमुख जॉन पोडेस्टा जेविट्स सेंटर में समारोह स्थल के मंच पर पहुंचे और समर्थकों को धन्यवाद दिया और उन्हें घर जाने को कहा। रिपब्लिकन पार्टी ने कांग्रेस में भी अच्छा प्रदर्शन किया और सीनेट और प्रतिनिधि सभा दोनों में अपना कब्जा बनाए रखा।

ट्रंप इस स्थिति में अगर पार्टी नेतृत्व के साथ सामंजस्य बिठा पाते हैं तो वह अपने प्रशासन और नीतियों को आकार दे सकते हैं।

अमेरिकी चुनाव एक प्रकार से 2014 में भारत में हुए चुनाव का ही प्रतिबिंब है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारी जीत हासिल कर सभी राजनीतिक विश्लेषकों को चकित कर दिया था। क्लिंटन के लिए यह दूसरी हार बेहद निराशाजनक रही और वह पहली अमेरिकी महिला राष्ट्रपति बनकर इतिहास रचने में नाकाम रहीं।

भारतीय मूल के अमेरिकी डेमोकेट्रिक पार्टी के भारी समर्थक माने जाते हैं, लेकिन इस बार ट्रंप ने उन्हें साध लिया। उन्होंने हिंदुओं की एक रैली को संबोधित करते हुए उन्हें आश्वासन दिया था कि व्हाइट हाउस में उनका एक दोस्त मौजूद होगा और वह आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करेगा।

रियल एस्टेट कारोबारी और रियलिटी टीवी स्टार रह चुके ट्रंप को राजनीति या प्रशासन का कोई अनुभव नहीं है और वह आर्थिक सुधार, अमेरिका में नौकरियां वापस लाने जैसे वादों को लेकर आगे बढ़े। लेकिन अपने वादों को पूरा करने के लिए अभी उन्हें स्पष्ट रूपरेखा तैयार करनी है और इसके लिए योग्य व्यक्तियों की नियुक्ति करनी है।

माइक पेंस (57) अमेरिका के उप राष्ट्रपति होंगे। पेंस लंबे समय से प्रतिनिधि सभा के सदस्य हैं और फिलहाल इंडियाना के रिपब्लिकन गर्वनर हैं। पेंस ने बुधवार सुबह कहा, "अमेरिकियों ने अपनी इच्छा जाहिर कर दी है और अपना नया चैंपियन चुन लिया है।" उन्होंने कहा, "ट्रंप का नेतृत्व अमेरिका को एक बार फिर महान बनाएगा"


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