योगी-योगी के नारों से गूंज उठा विधानसभा मार्ग

Update: 2017-03-18 21:45 GMT
सुबह से शाम तक गूंजता रहा योगी-योगी का नारा।

लखनऊ। सुबह सुबह भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के समर्थक आमने सामने थे। दोनों के लिए ही सीएम बनाने की मांग को लेकर जम कर नारेबाजी की जा रही थी। मगर दोपहर में जैसे जैसे योगी के नाम पर मुहर लगी, वैसे वैसे योगी के समर्थक हावी होने लगे। पूरा विधानसभा मार्ग योगी योगी के नारों से गूंजता रहा। लोकभवन के भीतर तक समर्थक पहुंच गए। बमुश्किल योगी को पहले विधायक दल की बैठक में पहुंचाया गया। इसके बाद उनके बाहर निकलने में भी कड़ी मशक्कत हुई।

सुबह प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या के समर्थक अपने-अपने नेताओं को मुख्यमंत्री बनाने की मांग के साथ प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन दोपहर होते ही मौर्या के समर्थक शांत हो गए और योगी आदित्यनाथ के समर्थन में नारे लगने लगे।

लोक भवन में शाम पांच बजे शुरू होने वाले विधायक दल की बैठक से पहले ही योगी आदित्यनाथ के समर्थन में हजारों समर्थक भाजपा कार्यालय के बाहर योगी-योगी का नारे लगाते हुए सड़क पर आ गए। देखते-देखते सड़क पर जाम की स्थिति बन गयी। सुरक्षा के लिए पहले यूपी पुलिस मौजूद थी, लेकिन समर्थकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल के जवानों को बुलाया गया। सीमा सुरक्षा बल के जवानों के आने के बाद स्थिति संभली।

विधायक दल की बैठक शुरू होने से पहले ही लगभग तय हो गया था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ही बनाया जा रहा है। विधायकों के पहुंचे के बाद जब भाजपा के वरिष्ट नेता पहुंचने लगे तो कार्यकर्ताओं में उत्साह और बढ़ गया। सबसे पहले केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्रा, उसके बाद राज्यसभा सांसद भूपेन्द्र सिंह यादव, उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या पहुंचे और इसके बाद योगी आदित्यनाथ पहुंचे। आदित्यनाथ के पहुंचे ही कार्यकर्ता नारे लगाने लगे। कार्यकर्ताओं की जोश को देखते हुए यह तय हो गया की मुख्यमंत्री योगी ही बनेगे। सबसे आखिर में केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडू पहुंचे। नायडू के पहुंचे के बाद विधायक दल की बैठक शुरू हुई और योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री चुन लिया गया।

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