बड़ी राहत : दूसरे राज्यों में फँसे प्रवासी मजदूर, छात्र लौट सकेंगे अपने घर, केंद्र सरकार ने दी अनुमति

लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।

Update: 2020-04-29 16:22 GMT
फोटो साभार : इकोनोमिक टाइम्स

लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने गाइडलाइन्स जारी करते हुए ऐसे लोगों की घर वापसी की अनुमति दे दी है। सरकार के इस फैसले के बाद बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिल सकेगी।

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने इनकी घर वापसी के लिए कुछ शर्तें भी रखी हैं जिनका पालन किया जाना अनिवार्य होगा। केंद्र सरकार के जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी राज्यों को ऐसे लोगों को इनके राज्य भेजने और बुलाने के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति करनी होगी और मानक प्रोटोकॉल को तय करना होगा। ये नोडल अधिकारी अपने राज्य या केंद्रशासित प्रदेशों में फँसे हुए लोगों का पूरा डाटा भी रखेंगे।

गृह मंत्रालय के जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार फँसे हुए लोगों की घर वापसी के लिए राज्यों की आपस में सहमति जरूरी होगी और ऐसे लोगों की सिर्फ सड़क मार्ग से घर जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा फँसे हुए व्यक्ति के जाने या लाने से पहले इनकी पूरी स्क्रीनिंग की जाएगी और घर पहुँचने के बाद इन्हें क्वारंटाइन में रहना होगा।

इससे पहले कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए सहमति जताई थी। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार ने सबसे पहले पहल करते हुए हरियाणा में फँसे हुए 11 हज़ार से ज्यादा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की थी। मगर अब केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइन्स जारी होने के बाद फँसे मजदूरों को बड़ी राहत मिल सकेगी।

कई राज्यों ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ये निर्णय उपयुक्त एवं स्वागतयोग्य है। यह हम लोगों का आग्रह था और उस पर केन्द्र सरकार ने सकारात्मक निर्णय लिया है। इससे बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों में फंसे हुए बिहार आने को इच्छुक प्रवासी मजदूरों, छात्र-छात्राओं, श्रद्धालुओं, पर्यटकों तथा अन्य लोगों को यहां आने में सुविधा होगी और उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। 

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