खनन घोटाला: CBI ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के घर समेत 22 जगहों पर की छापेमारी

Update: 2019-06-12 13:11 GMT

लखनऊ। सपा सरकार में पूर्व खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के ठिकानों पर सीबीआई बुधवार को छापेमारी की है। खनन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई अमेठी में गायत्री प्रजापति के आवास समेत 22 ठिकानों पर छापेमारी की। फि‍लहाल गायत्री के परिजनों से पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि गायत्री प्रजापति रेप के आरोप में जेल में बंद है।

क्या है पूरा मामला

ये खनन घोटाला समाजवादी पार्टी की सरकार में वर्ष 2012 से 2016 के बीच हुआ था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई इस घोटाले की जांच कर रही है। हाईकोर्ट ने दो अलग-अलग जनहित याचिकाओं पर 28 जुलाई 2016 को अवैध खनन की जांच के आदेश दिए थे। जांच में सीबीआई को साल 2012-16 के दौरान हमीरपुर जिले में व्यापक पैमाने पर अवैध खनन किए जाने के साक्ष्य मिले, जिससे बड़े पैमाने पर सरकारी राजस्व को क्षति पहुंची।

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यूपी के सात प्रमुख जिलों में अवैध खनन की शिकायत इलाहाबाद कोर्ट को मिली थी. उस दौरान फतेहपुर, देवरिया, शामली, कौशांबी, सहारनपुर, सिद्धार्थनगर, हमीरपुर में अवैध खनन का मामला सामने आया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई के डिप्टी एसपी केके शर्मा ने हमीरपुर मामले में दो जनवरी 2019 को केस दर्ज कराया था। इसी केस में 5 जनवरी को सीबीआई ने आईएएस बी चंद्रकला के लखनऊ स्थित फ्लैट सहित 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। 



मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यूपी में अवैध खनन के मामले में सीबीआई ने अभी तक 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है। सीबीआई ने हमीरपुर जिले की पूर्व कलेक्टर और आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला, खनिक आदिल खान, भूवैज्ञानिक/खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रमेश कुमार मिश्रा, उनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा, राम आश्रय प्रजापति, हमीरपुर के खनन विभाग के पूर्व क्लर्क संजय दीक्षित, उनके पिता सत्यदेव दीक्षित और रामअवतार सिंह के नाम प्राथमिकी में शामिल किया हैं। संजय दीक्षित ने 2017 विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर लड़ा था।

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