छत्तीसगढ़: सोशल मीडिया में फैलाई बिजली कटौती की अफवाह, राजद्रोह में किया गिरफ्तार
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिजली कटौती से जुड़ी अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस व्यक्ति पर राजद्रोह और सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। माना जा रहा है छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य है जहां इस तरह के मामले में राजद्रोह की कार्रवाई की गई है।
यह मामला राजनांदगांव जिले के मुसरा डोंगरगढ़ का है। यहां के रहने वाले मांगेलाल अग्रवाल ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था। इस वीडियो में मांगेलाल अग्रवाल कह रहे हैं, ''एक इन्वर्टर कंपनी के साथ छत्तीसगढ़ सरकार की सेटिंग हो गई है। इसके लिए राज्य सरकार को पैसा दिया गया है। करार के मुताबिक घंटे-दो घंटे में 10 से 15 मिनट के लिए बिजली कटौती होती रहेगी, तो इनवर्टर की बिक्री बढ़ेगी।''
मांगेलाल द्वारा बनाया गया वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद उनपर कार्रवाई की गई है। उनपर आईपीसी के तहत राजद्रोह की धारा 124ए और सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार की धारा 505/1/2 के तहत कार्रवाई हुई है। हालांकि बाद में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की हस्तक्षेप के बाद राजद्रोह का मामला वापस ले लिया गया। इस मामले पर बीजेपी प्रवक्ता केदार गुप्ता का कहना है कि प्रदेश सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। लोकतंत्र के आधार पर सरकार बनी है, वही लोकतंत्र अभिव्यक्ति का अधिकार देता है। मैं आरोप लगाता हूं कि बिजली कटौती हो रही है, इसमें कौन सा राजद्रोह हो रहा है।