राकेश टिकैत ने कहा- "मौत का कोई समझौता नहीं होता, लेकिन अगर एफआईआर हुई है तो कार्यवाही भी होगी"

प्रदेश सरकार ने किसानों के साथ ही सभी मृतकों के परिवारों को 45-45 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का फैसला लिया। किसान संगठन मृतक किसान परिवारों के लिए 1 करोड़ की मांग कर रहे थे।

Update: 2021-10-04 10:00 GMT

लखीमपुर हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई, जिसमें 4 किसानों सहित 3 भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल हैं, प्रदेश सरकार ने किसानों के साथ ही सभी मृतकों के परिवारों को 45-45 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का फैसला लिया।

सरकार से समझौते पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गाँव कनेक्शन से बताया, "अरे मौत पर कोई समझौते होते हैं क्या? प्रशासन ने आश्वासन दिया है, इनके परिवारों को कुछ सहायता देने को भी कहा गया है। और दुखद घटना है कि जीप से इस तरह रौंद कर मारा गया, ये तो कभी अंग्रेजी हुकूमत में होता था।"

देर रात राकेश टिकैत सहित कई किसान नेता रात में ही घटना स्थल पर पहुंच गए थे, जहां पर बंद कमरे में चल रही है बैठक, आधे घन्टे बाद जिलाधिकारी और एसपी भी किसानों की इस बैठक में शामिल हुए। इस बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें फैसला लिया गया है कि एफआईआर की कॉपी मांगी है उसी के बाद ही आगे बात की जाएगी। हमारी मांग है कि मंत्री को बर्खास्त किया जाए, मंत्री के बेटे को गिरफ्तार किया जाए और मंत्री को मुख्य साजिशकर्ता मानते हुए 120बी के तहत कार्यवाही की जाए और मृतक किसानों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए और न्याय दिया जाए। तब तक तो शवों का अंतिम संस्कार किया जाएगा और न ही पोस्टमार्टम होगा।


3 अक्तूबर को राज्य मंत्री अजय मिश्रा के गांव में उनके पिता जी की स्मृति में दंगल था, जिसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या शामिल हो रहे थे, उनका लिए मंत्री के गांव से 3 किलोमीटर पहले हेलीपेड बनाया था था,जहां किसानों से सुबह से कब्जा कर लिया था। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी ज़िले में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आने का विरोध कर रहे किसानों के प्रदर्शन के बाद कल केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा "टेनी" की गाड़ी के नीचे कुचल गए चार किसानों की घटनास्थल पर या अस्पताल में मौत हो गयी। इसके बाद उग्र भीड़ के सदस्यों ने गाड़ी में मौजूद तीन भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों और ड्राइवर को सड़क के किनारे लाठियों से पीट पीट कर मार डाला।

अब तक, उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख विपक्षी नेताओं - अखिलेश यादव, और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को लखीमपुर खीरी जिले का दौरा करने से रोकने के बाद गिरफ्तार किया गया है।

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