ताजमहल से लेकर अजंता की गुफाओं तक, जानिए किससे कितनी कमाई

Update: 2018-01-01 17:23 GMT
फोटो साभार: इंटरनेट

पर्यटन की दृष्टि से देखें तो यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत एक रहस्यमयी देश है। भारत में मौजूद सैकड़ों खूबसूरत स्मारकों, गुफाओं और मंदिरों में हर साल करोड़ों भारतीय और विदेशी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि इन पर्यटकों से भारत सरकार को कितनी कमाई होती है, चलिए आपको लेकर चलते हैं दुनिया के सातवें अजूबे में शामिल आगरा के ताजमहल से लेकर महाराष्ट्र की अजंता की गुफाओं समेत भारत में मौजूद खूबसूरत और मनमोहक पर्यटन स्थलों तक, और बताते हैं कि आखिर इन पर्यटन स्थलों से होती है कितनी कमाई…

नंबर वन है ताजमहल

उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में यमुना नदी के किनारे संगमरमर के खूबसूरत पत्थरों से बना ताजमहल पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुका है। मुगल शासक शाहजहां की ओर से अपनी बेगम मुमताज की याद में बनवाया गया स्मारक ताजमहल भारत में सभी पर्यटन स्थलों में कमाई का सबसे बड़ा श्रोत है। पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार के हाथ में देश में मौजूद 116 स्मारकों का सरंक्षण है, जहां जाने के लिए प्रवेश शुल्क देना होता है। अगर हम सिर्फ साल 2015-2016 में आंकड़ों पर गौर करें तो सभी स्मारकों से भारत सरकार को कुल 93.95 करोड़ रुपए की कमाई हुई, इसमें से सिर्फ ताजमहल ने ही पर्यटकों के जरिए 17.88 करोड़ रुपए की कमाई की, यानि सभी स्मारकों का 19 प्रतिशत कमाई का श्रोत केवल ताजमहल से मिला।

तीन वर्षों से नंबर वन ताजमहल

देश में स्मारकों से प्रवेश शुल्क से कमाई की बात करें तो तीन सालों से ताजमहल पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहा है। राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में महेश शर्मा ने बताया कि साल 2014 में भारत में घूमने आने वाले विदेशी पर्यटकों में से 23 पर्यटक सिर्फ ताजमहल घूमने ही भारत आते हैं। अगर इन तीन वर्षों में ताजमहल से कमाई की बात करें तो वर्ष 2013-14 में सभी संरक्षित स्मारकों की कुल आय में से 22.5 प्रतिशत यानि 22 करोड़ रुपये की आय ताजमहल से हुई थी। वर्ष 2014-15 में इससे 23 प्रतिशत यानि 21 करोड़ रुपये और 2015-16 में 18.88 करोड़ रुपये यानि 19 प्रतिशत आय ताजमहल से हुई।

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जानिए, सबसे ज्यादा कमाई करने वाले स्मारक

स्मारक : कमाई

ताजमहल: 17.88 करोड़ रुपए

आगरा का किला: 13.43 करोड़ रुपए

कुतुब मीनार: 10.86 करोड़ रुपए

लाल किला: 6.17 करोड़ रुपए

हुमायूं का मकबरा: 6.07 करोड़ रुपए

फतेहपुर सीकरी: 5.24 करोड़ रुपए

(पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय के 2015-2016 के आंकड़ों के अनुसार)

कुतुबमीनार

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एक नजर डालते हैं भारत में मौजूद शीर्ष 6 गुफाओं की कमाई पर

एलोरा की गुफाएं: 2.19 करोड़ रुपए

ऐलिफेंटा की गुफाएं: 1.64 करोड़ रुपए

अजंता की गुफाएं: 1 करोड़ रुपए

जैन और वैष्णव की गुफाएं: 33.91 लाख रुपए

उदयगिरी और खंडागिरी की गुफाएं: 32.39 लाख रुपए

बौद्ध गुफाएं, कान्हेरी: 20.88 लाख रुपए

(पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय के 2015-2016 के आंकड़ों के अनुसार)

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अजंता एलोरा की गुफाएं

इन शीर्ष 6 स्मारकों में सबसे ज्यादा पर्यटक आए

आगरा का किला: 13.43 करोड़ रुपए

लाल किला: 6.17 करोड़ रुपए

गोलकुंडा किला: 1.05 करोड़ रुपए

चित्तौड़ किला: 48.05 लाख रुपए

दौलताबाद किला: 37.48 लाख रुपए

कुंभलगढ़ किला: 33.87 लाख रुपए

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पर्यटकों से सबसे अधिक कमाई के श्रोत बने ये शीर्ष 6 मंदिर

सूर्य मंदिर

सूर्य मंदिर, कोणार्क: 2.57 करोड़ रुपए

पश्चिमी मंदिरों का समूह, खजुराहो: 2.04 करोड़ रुपए

सूर्य मंदिर, मोढेरा: 25.47 लाख रुपए

दुर्गा मंदिर परिसर, ऐहोल: 17.76 लाख रुपए

गुफा और मंदिर, कालरा: 12.98 लाख रुपए

विष्णुपुर मंदिर: 6.43 लाख रुपए

कमाई के मामले में कौन राज्य है सबसे आगे

बनारस

अगर बात करें कि पूरे देश में किस राज्य में सबसे ज्यादा पर्यटक आए और उनसे किस राज्य को सबसे ज्यादा कमाई हुई, तो इसमें भी उत्तर प्रदेश सबसे अव्वल रहा है। साल 2015-16 में पर्यटकों के आने से उत्तर प्रदेश में 40.13 करोड़ रुपए की कमाई रही, वहीं दूसरे नंबर पर देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली रही, जिसने 24.73 करोड़ रुपए कमाए। वहीं तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र (7.67 करोड़ रुपए), चौथे नंबर पर कर्नाटक (4.89 करोड़ रुपए) और पांचवें स्थान पर ओडिशा (3.39 करोड़ रुपए) रहा।

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प्रवेश शुल्क बढ़ा और कमाई भी

साल 2015 में साल सरकार ने स्मारकों की प्रवेश शुल्क बढ़ाया है। ऐसे में सरकार को इन स्मारकों से होने वाली कमाई में भी इजाफा हुआ है। हालांकि गौर करने वाली बात यह है कि सरकार ने यह प्रवेश शुल्क 15 सालों के बाद बढ़ाया है। वैश्विक स्मारकों की बात करें तो जहां भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 10 रुपए की बजाए 30 रुपए कर दिया गया, वहीं विदेशी पर्यटकों के लिए 250 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया। वहीं, अन्य दूसरे स्मारकों की बात करें तो भारतीय पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 5 रुपए से 15 रुपए बढ़ाए गए, वहीं विदेश पर्यटकों के लिए 100 रुपये से बढ़ाकर 200 रुपए कर दिए गए।

खर्च में नहीं आई कमी

पर्यटल स्थलों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार भी पहले की तरह यूपीए सरकार की तरह उतना ही पैसा खर्च कर रही है। अगर हम सिर्फ आगरा सर्किल की ही बात करें तो भारत सरकार ने 2013-14 में 957 करोड़ रुपए, 2014-15 में 1404 करोड़ रुपए और 2015-16 में 1270 करोड़ रुपए आवंटित किए थे।

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