लखनऊ। गाँव कनेक्शन के छठवें स्थापना दिवस पर गाँव कनेक्शन मेला का आयोजन किया गया। मेला में किसानों को औषधीय एवं सगंध पौधों की खेती, मधुमक्खी पालन, उर्वरकों का सही प्रयोग, जैसी कई उपयोगी जानकारियां दी गईं।
कृषि विज्ञान केंद्र सीतापुर के कृषि वैज्ञानिक डॉ दया श्रीवात्सव ने खेती-किसानी की कई बारीकियां मेले में आए किसानों को दी। उन्होंने बताया कि कैसे एजोला के प्रयोग से पशुओं की सेहत बनेगी और अपनी जमीन को ज्यादा उपजाऊ कैसे बनाया जा सकता है। डॉ दया ने किसानों को कीटनाशक के बिना कीटों-पतंगों से अपनी फसल को बचाएं के बारे में भी बताया।
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— GaonConnection (@GaonConnection) December 2, 2018
जहां इन्होंने "झटका मशीन" के बारें में जाना
इन्हें तो ये खेती-किसानी में बड़े काम के चीज लगी
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गाँव कनेक्शन मेला में सीतापुर, बाराबंकी और लखनऊ से हज़ारों किसानों पहुंचे और विभिन्न स्टालों पर जाकर खेती-किसानी की जानकारी ली। केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान के विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे किसान परंपरागत फसलों के साथ ही औषधीय पौधों की खेती करके लाभ कमा सकते हैं। औषधीय पौधे लगाने से किसानों को मुनाफे के साथ-साथ भूमि कि उर्वरता शक्ति भी बढ़ेगी।
इफको के स्टाल पर तो किसानों की भीड़ लगी रही। इफकों से आए अधिकारियों ने किसानों को इफकों की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। लोगों को इफको द्वारा मिलने वाली सुविधाओं का लाभ की जानकारी दी गई। वहीं दयाल फर्टिलाइजर की ओर से पशुपालकों को पशुओं दिए जाने वाले पौष्टिक पशु आहार और एनिमल केक की जानकारी दी गई।
हर किसान छुट्टा जानवरों और नीलगायों के आतंक से परेशान रहता है ऐसे में मिर्जापुर जिले से आये अनंत एग्री प्रोडक्शन प्रोटेक्शन वर्क की तरफ से फसल सुरक्षा कवच की जानकारी दी गई। किसान इससे थोड़े ही खर्च में अपनी उपज बचा सकते हैं। किसानों के सामने पानी की समस्या बनी रहती है। ऐसे में जैन इरिगेशन से आए विशेषज्ञों ने किसानों को स्प्रिंकल और टपका विधि के बारे में जानकारी दी।
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