दिल्ली के औद्योगिक इलाके बवाना में शनिवार देर शाम एक अवैध पटाखा गोदाम में आग लगने से 17 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हैं। 30 दमकलों ने करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने की वजहों का पता नहीं चल सका है।
दिल्ली सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर जीसी मिश्रा के अनुसार गोदाम अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। यहां से देशभर में पटाखे ऑनलाइन बेचने का काम हो रहा था। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की है।
गोदाम मालिक हिरासत में
रोहिणी के डीसीपी रजनीश गुप्ता ने बताया कि गोदाम मालिक मनोज जैन को हिरासत में लिया गया है। वह एक अन्य व्यक्ति के साथ साझेदारी में यूनिट चला रहा था। हालांकि अभी इसकी जांच की जा रही है कि जगह उनकी थी या किराये पर ली हुई थी। इसकी भी जांच की जा रही है कि क्या यहां पर पटाखे भी बनाए जाते थे। पुलिस ने गैर इरादतन हत्या और आग या ज्वलनशील सामग्री के प्रति लापरवाही का मामला दर्ज किया है। इसके तहत अधिकतम दस साल तक की सजा हो सकती है।
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दिल्ली सरकार ने पांच लाख मुआवजा देने का किया ऐलान
दिल्ली सरकार ने देर रात घटनास्थल का दौरा किया और मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख और घायलों को एक-एक लाख रुपये की मदद देने का एलान किया। केजरीवाल ने कहा कि घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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