वर्ल्ड म्यूजिक डे: विज्ञान ने भी माना है संगीत के चमत्कार को

Update: 2017-06-21 18:11 GMT
पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को भी था संगीत से लगाव

लखनऊ। एक बार किसी ने महात्मा गांधी से पूछा कि क्या आपको संगीत पसंद है? इस पर गांधी जी ने कहा, ‘अगर संगीत और हंसी ये दोनों मुझमें न हो तो मैं अपने काम के बोझ तले कुचल गया होता।’ वाकई म्यूजिक में वो शक्ति है जो बिगड़ा हुआ मूड अच्छा कर सकती है। आप स्ट्रेस फील कर रहे हों तो आपको रिलैक्स कर सकती है।

आपकी खुशी जाहिर करने का तरीका, आपके गम भुलाने का जरिया, म्यूजिक हर कहीं जरूरी है। और तो और अब मेडिकल साइंस भी बीमारियों को दूर भगाने के लिए म्यूजिक की मदद ले रही है। काफी समय से म्यूजिक थेरेपी का उपयोग अलग-अलग बीमारियों के इलाज में किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें: संगीतकार अनिल बिस्वास ने क्यों तलत महमूद से ही पूछा था, ‘मेरा तलत कहां है?’

-डिमेंशिया और एल्जाइमर से पीड़ित व्यक्तियों की याद्दाश्त सुधारने में म्यूजिक मदद करता है। इसीलिए म्यूजिक थेरेपी को हमेशा याद्दाश्त बढ़ाने, गुस्सा कम करने, दिमाग को शांत करने, कम्यूनिकेशन स्किल सुधारने और शारीरिक समन्यवता बनाए रखने में मदद करता है।

-कैंसर के मरीज जो कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी ट्रीटमेंट से गुजरे हैं उनके लिए संगीत चिकित्सा काफी मददगार होती है। ट्रीटमेंट से मरीजों में तनाव उत्पन्न हो जाता है जिसे कम करने में संगीत की कुछ धुनें फायदेमंद होती है। कीमोथेरेपी करा चुके मरीजों को जी-मिचलाना और उल्टी में भी संगीत थेरेपी राहत दे सकती है।

ये भी पढ़ें: एक गायक जिसके पास पद्मभूषण है, नेशनल अवॉर्ड है, वर्ल्ड रिकॉर्ड है... नहीं है तो बस इंजीनियरिंग की डिग्री

-कई ऐसे मामले भी सुनने में आए हैं जहां ब्रेन इंजरी से रिकवर करने में म्यूजिक थेरेपी ने मदद की। कई मामलों में स्पीच भी प्रभावित होती है जिसमें मरीज को बोलने में दिक्कत महसूस होती है, यह दिमाग के बाएं क्षेत्र से कंट्रोल होता है। कई रिसर्च में भी यह पाया गया है कि सिंगिंग (जो कि दिमाग के बाएं भाग से जुड़ी होती है) ब्रेन इंजरी को ठीक करने में मदद करती है।

-म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट की प्रैक्टिस करने से न सिर्फ आपकी म्यूजिकल योग्यता में सुधार होता है बल्कि ये आपकी विजुअल और वर्बल स्किल्स को भी ठीक करता है।

-ऐसा पाया गया है कि संगीत से स्ट्रेस मांसपेशियों को आराम मिलता है, किसी भी प्रकार की सूजन कम होती है, ऐथलेटिक पर्फारमेंस अच्छी होती है और हृदय से जुड़े रोगों से भी राहत मिलती है।

ये भी पढ़ें: झांसा मिला हीरो बनने का और बन गए संगीत निर्देशक

- विदेशों में संगीत थेरेपी की मदद से इलाज बहुत आम है जैसे वहां ऑपरेशन थियेटर में सर्जरी के दौरान संगीत।

ये भी पढ़ें: किस्सागोई: उसकी आवाज से तो दुनिया वाकिफ है, उसकी ऊंगलियों का जादू क्या जानते हैं आप?

केजीएमयू के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश वर्मा कहते हैं कि म्यूजिक थेरिपी मेंटल डिसऑर्डर जैसी बीमारियों में फायदा पहुंचाती है। स्ट्रोक्स, शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस, डिमेंशिया, लैंग्वेज डिसऑर्डर के पेशंट के लिए म्यूजिक थेरपी एक एडिशनल थेरिपी है। दरअसल, ब्रेन का राइट पार्ट म्यूजिक को जल्दी अडॉप्ट करता है, जिससे ब्रेन री-जेनरेट होता है और ब्रेन की कैपेसिटी बढ़ती है। वैसे ही म्यूजिक थेरिपी याददाश्त को वापस लाने में काफी मदद करती है।

Similar News