अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को तोहफा, सिर्फ ढाई रुपए में मिलेगा एक बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकिन
नयी दिल्ली। सरकार ने आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भारतीय महिलाओं को तोहफा दिया। सरकार ने बाजार में बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकिन उतारा है। इसकी कीमत 2.50 रुपए प्रति पैड है। यह प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) केंद्रों पर उपलब्ध होगा। यह भारत की वंचित महिलाओं के लिए स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुविधा सुनिश्चित करेगी।
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने आज कहा कि सैनिटरी नैपकिन चार के पैक में उपलब्ध होगा। इस पैक का दाम 10 रुपए होगा। 28 मई, 2018 को अंतरराष्ट्रीय मासिक धर्म स्वच्छता दिवस से देश के सभी 3,200 जन-औषधि केंद्रों पर सुविधा नैपकीन बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगा।
अनंत कुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन सभी महिलाओं के लिए यह एक विशेष उपहार है, क्योंकि यह अनोखा उत्पाद किफायती और स्वास्थ्यकर होने के साथ ही इस्तेमाल और निपटान में आसान है।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2015-16 के अनुसार 15 से 24 साल तक की 58 प्रतिशत महिलाएं स्थानीय स्तर पर तैयार नैपकीन, सैनिटरी नैपकीन और रूई के फाहे का इस्तेमाल करती हैं। शहरी क्षेत्रों की 78 प्रतिशत महिलाएं मासिक धर्म के दौरान सुरक्षा के लिए स्वस्थ विधियां अपनाती हैं। ग्रामीण इलाके की केवल 48 फीसदी महिलाएं साफ-सुथरा सैनिटरी नैपकीन का इस्तेमाल कर पाती हैं।
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अनंत कुमार ने बताया कि यह उन महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक अति महत्वपूर्ण आवश्यकता है, जो आज बाजार में उपलब्ध प्रसिद्ध ब्रांड की सैनिटरी नैपकीन नहीं पाने के चलते अब भी मासिक धर्म के दौरान अस्वस्थ्यकर साधनों का इस्तेमाल करती हैं। ऐसे अस्वस्थ्यकर साधनों के प्रयोग से महिलाओं को कई बीमारियां होती हैं और वे बांझपन तक का भी शिकार हो जाती हैं। बाजार में उपलब्ध आज की गैर-बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकीन पर्यावरण की बड़ी समस्या बन रही हैं। उन्होंने बताया कि पूरी तरह बायोडिग्रेडेबल सुविधा नैपकीन स्वच्छता सुनिश्चित करेगी।
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महिला दिवस के मौके रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के तहत फार्मास्युटिकल विभाग सुविधा नाम से सैनिटरी नैपकिन पेश कर रहा है। चार सैनिटरी नैपकिन का औसत बाजार मूल्य 32 रुपए है। वहीं सरकार ने महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए चार सैनिटरी नैपकिन का पैक 10 रुपए में पेश किया है। बाजार में उपलब्ध अन्य सैनिटरी नैपकिन नॉन बायोडिग्रेडेबल हैं जबकि ये बायोडिग्रेडेबल हैं।
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, पोत परिवहन राज्य मंत्री मनसूख लाल मांडविया ने मीडिया के सामने ऑक्सो-बायोडिग्रेडेबल शब्द को समझाते हुए बताया कि सुविधा नैपकीन में एक विशेष प्रकार का पदार्थ मिलाया जाता है, जिससे इस्तेमाल के बाद ऑक्सीजन के संपर्क में आकर यह बायोडिग्रेडेबल हो जाती है। मांडविया ने बताया कि आज बाजार में उपलब्ध किसी भी सैनटरी नैपकीन की कीमत लगभग 8 रुपए प्रति पैड है, जबकि सुविधा नैपकीन की कीमत 2.50 रुपए प्रति पैड है।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के बारे में बताते हुए मनसूख लाल मांडविया ने कहा कि मंत्रालय आपूर्ति श्रृंखला पर लगातार नजर रख रही है और ऑनलाइन ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर के जरिए निगरानी कर रही है ताकि देशभर में पीएमबीजेपी केंद्रों पर आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जा सके।
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इनपुट भाषा
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