‘महिलाओं पर टिप्पणी से पहले आरएसएस की गतिविधियां समझें राहुल गांधी’

Update: 2017-10-11 15:23 GMT
rahul gandhi

वडोदरा/नागपुर (भाषा)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की गुजरात में वडोदरा रैली के दौरान आरएसएस में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव वाली टिप्पणी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हिंदुत्व संगठन (आरएसएस) ने बुधवार को राहुल गांधी से माफी की मांग की। आरएसएस ने कहा कि राहुल गांधी को महिलाओं पर टिप्पणी करने से पहले आरएसएस की गतिविधयों को समझना चाहिए।

आरएसएस महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करता है

राहुल गांधी ने गुजरात में बुधवार को अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान वडोदरा में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “आरएसएस महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करता है। संघ के लोग महिलाओं का सम्मान नहीं करते।“ राहुल ने सवाल किया कि संघ की शाखाओं में कितनी महिलाएं नजर आई।

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ऐसी टिप्पणियों का कोई मतलब नहीं

कांग्रेस नेता की इस टिप्पणी पर आरएसएस की गुजरात इकाई के प्रभारी विजय ठाकुर ने कहा, “राहुल गांधी को पहले संघ की गतिविधियां समझनी चाहिए और ऐसे मामले पर टिप्पणियां करने से बचना चाहिए, जिसका कोई मतलब नहीं है।“ आगे कहा, “उन्हें माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्हें आरएसएस के कामकाज के बारे में नहीं पता।“

महिलाएं हमेशा आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेती हैं

विजय ने कहा, “आरएसएस की एक समानांतर संस्था राष्ट्र सेविका समिति है और दोनों वर्ष 1936 से राष्ट्र निर्माण में कार्य कर रहे हैं और राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े हैं। एक ही लक्ष्य को हासिल करने के लिए साथ में आना हमेशा जरुरत नहीं होता।“ उन्होंने कहा, “आरएसएस की महिला सदस्य लक्ष्यों को हासिल करने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर मदद कर रही हैं। महिलाएं हमेशा आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेती हैं।“

दसरी ओर नागपुर में राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांतक्का ने कहा, “आरएसएस से प्रेरित राष्ट्र सेविका समिति पिछले 81 वर्षों से काम कर रही है। राष्ट्र सेविका समिति और आरएसएस दोनों समानांतर संगठन हैं।“

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