लखनऊ। स्विस बैंकों में भारतीयों के जमा धन में लगातार तीसरे साल गिरावट आई है। 2016 में घटकर रिकॉर्ड 676 मिलियन स्विस फ्रेंक्स यानी 4,500 करोड़ रुपए तक रह गई है जो कि पहले के मुकाबले करीब आधी है।
केंद्र की मोदी सरकार की ओर से काले धन पर लगातार किए जा रहे वार के चलते भी ऐसा होने की बात कही जा रही है। इसकी तुलना में दुनिया भर के लोगों की ओर से स्विस बैंकों में जमा की गई राशि का आंकड़ा बढ़कर 96 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया है।
स्विस बैंकों को हुआ घाटा
इस कारण स्विट्जरलैंड के बैंकों का मुनाफा 2016 में करीब आधा घटकर 7.9 अरब स्विस फ्रैंक यानी करीब 53,000 करोड़ रुपये पर आ गया। यहां के बैंकों की गोपनीयता की दीवार पर लगातार वैश्विक दबाव बढ़ रहा है, जिससे उनका मुनाफा नीचे आया है।
कुल ग्राहक जमा में हुआ मुनाफा
हालांकि, इन बैंकों में कुल ग्राहक जमा (घरेलू और विदेशी) में इज़ाफा हुआ है। हालांकि स्विस बैंकों के कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है। स्विस नैशनल बैंक के मुताबिक स्विट्जरलैंड में बैंकों की संख्या भी घटकर 266 से 261 पर आ गई है।
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1987 से मेनटेन किए जा रहें हैं आकड़े
स्विस बैंकों में किस देश के लोगों का कितना पैसा जमा है, इसके आंकड़े 1987 से मेनटेन किए जा रहे हैं। वहां की बैंकों में भारतीयों का सबसे ज्यादा पैसा 2006 में जमा हुआ था, जब स्विस बैंकों में भारतीयों के 6.5 अरब स्विस फ्रेंक्स यानी 23 हजार करोड़ रुपए थे।
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