लखनऊ। देश में महिला किसानी को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को देश के 24 राज्यों में केंद्र प्रायोजित महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना (एमकेएसपी) के तहत कुल 35.95 लाख महिला किसानों को शामिल किया गया है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि अभी तक कुल 84 एमकेएसपी परियोजनाओं को कार्यान्वयन के लिए स्वीकृति दी गयी है, जिसमें 33.81 लाख महिला कृषकों को शामिल करने का लक्ष्य दिया गया था।
हिना गावित के प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, 31 मार्च 2019 तक 30807 गांवों में कुल 35,97,743 महिला किसानों को शामिल किया गया है। स्वीकृत परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए कुल 847.48 करोड़ रुपये का केंद्रीय आवंटन किया गया है जिसमें से 570.26 करोड़ पहले ही जारी किये जा चुके हैं। तोमर ने कहा कि कृषि मंत्रालय राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से परियोजना के बारे में लगातार जागरुकता फैलाने का काम कर रहा है।
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महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना के उद्देश्य
- कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उत्पादक।
- कृषि के क्षेत्र में महिलाओं के लिए टिकाऊ कृषि आजीविका के अवसर पैदा करने के लिए।
- कौशल और कृषि और गैर कृषि आधारित गतिविधियों का समर्थन करने के लिए कृषि में महिलाओं की क्षमताओं में सुधार करने के लिए।
- घर और समुदाय के स्तर पर खाद्य एवं पोषण सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए।
- सरकार और अन्य एजेंसियों की जानकारी और सेवाओं को बेहतर उपयोग करके महिलाओं को सक्षम बनना।
- जैव-विविधता के बेहतर प्रबंधन के लिए कृषि में महिलाओं की प्रबंधकीय क्षमताओं को बढ़ाने के लिए।
- एक अभिसरण ढांचे के भीतर अन्य संस्थाओं और योजनाओं के संसाधनों का उपयोग करने के लिए कृषि में महिलाओं की क्षमता में सुधार होगा। (इनपुट भाषा)