एल सल्वाडोर धातु उत्खनन प्रतिबंधित करने वाला दुनिया का पहला देश बना

Update: 2017-04-28 17:38 GMT
एल सल्वाडोर में बंद किए गए एक सोने की खान का दृश्य।

सान सल्वाडोर (एएफपी)। एल सल्वाडोर धातु उत्खनन को प्रतिबंधित करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। पर्यावरण संरक्षण अभियान में किसी भी देश द्वारा उठाए गए इस कदम को मील का पत्थर माना जा रहा है।

देश-दुनिया से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

आधिकारिक जरनल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, सल्वाडोर में अब कानूनी तौर पर धातु खनिजों का अन्वेषण, दोहन, उत्खनन या प्रसंस्करण प्रतिबंधित होगा।'' सल्वाडोर की पारिस्थितिकी इकाई के अध्यक्ष मॉरिसियो सेर्मेनो ने एएफपी से कहा, ‘‘यह अभिनव कदम से आगे की बात है।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह ऐसा कानून है जोकि जल स्रोतों एवं पर्यावरण को गंभीर रूप से प्रदूषित करने वाले उद्योगों के लिये जुरूरी है।'' उन्होंने बताया कि मार्च में जब सांसदों ने इस कानून को मंजूरी दी थी, तब गैर सरकारी अभियान समूह ‘माइनिंग वाच कनाडा' ने कहा था कि एल सल्वाडोर ने धातु उत्खनन को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने वाला पहला देश बनकर इतिहास रचा है।

उल्लेखनीय है कि लातिन अमेरिका के कुछ देश केवल खनिज निर्यात पर निर्भर हैं, लेकिन स्थानीय समुदाय के लोग उत्खनन प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाली जहरीली धातुओं से पर्यावरण के जोखिमों की शिकायत कर रहे हैं। उत्खनन को प्रतिबंधित करने वाला अब यह नया कानून सल्वाडोर के राष्ट्रपति सांचेज सेरेन के हस्ताक्षर के बाद प्रभावी हो गया।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

Similar News