देसी खाट के विदेशी ठाठ : विदेशों में 20 हज़ार रुपए तक में बिक रही एक भारतीय चारपाई
लखनऊ। आपमें से ज़्यादातर लोग ऐसे होंगे जिन्होंने कभी न कभी चारपाई पर लेटकर एक अच्छी नींद ज़रूर ली होगी। हालांकि निदा फाज़ली के शेर वाली 'बांस की खुर्री खाट' अब शहरों के बहुत कम ही घरों में दिखती है और भारतीय धीरे - धीरे इसे अपने घरों से बाहर ही कर रहे हैं लेकिन विदेशों में इस खाट की मांग बढ़ रही है। विदेशों में भारतीय चारपाई को 5000 से लेकर 20000 रुपये तक में बेचा जा रहा है, वह भी इसे प्रचीन भारत की धरोहर बताकर।
chairish.com, ebay.com.au जैसी वेबसाइट्स पर कई तरीके की डिज़ाइन और रंगों वाली भारतीय चारपाई मिल रही हैं। ऑस्ट्रेलिया में डेनियल नाम के एक व्यापारी ने भारतीय चारपाई के फोटो के साथ उसकी विशेषताएं लिखकर पर्चे छपवाए हैं। इन पर्चों पर लिखा है - मेपल की खूबसूरत लकड़ी से बनी हुई और मज़बूत जोड़ों वाली, मज़बूत मनीला रस्सी से हाथों से बुनी हुई, स्टैंडर्ड साइज़ 2100 एमएम (लंबाई) x 1130 एमएम (चौड़ाई) x 600 एमएम (ऊंचाई), ऑर्डर के आधार पर भी साइज़ छोटा या बड़ा करने की सुविधा, बहुत ज़्यादा आरामदायक, एक प्राचीन भारतीय डिजाइन (हज़ारों साल पुरानी) की तरह बनाई गई 100 प्रतिशत ऑस्ट्रेलियाई खाट।
अब इस तरह के विज्ञापन देखकर आप समझ ही गए होंगे कि भारत को वो विरासत जिसे हम लगभग भूलते जा रहे हैं, विदेशों में उसकी कितनी मांग है।