लेमनग्रास टी पीने के इन फायदों के बारे में जानते हैं आप

Update: 2019-10-19 05:22 GMT

हिंदुस्तान में आदर सत्कार के तौर पर चाय को परोसा जाना सबसे अहम है। मध्य भारत में गौती चाय या हरी चाय काफी प्रचलित है। लेमन ग्रास के नाम से मशहूर इस चाय का स्वरूप एक घास की तरह होता है। हल्की सी नींबू की सुंगध लिए इस चाय की चुस्की गजब की ताजगी ले आती है। लेमन ग्रास की तीन से चार पत्तियों को हथेली पर कुचलकर दो कप पानी में डाल दिया जाता है और उबाला जाता है। स्वादानुसार शक्कर डालकर इसे तब तक उबाला जाता है जब तक कि यह एक कप बचे। जो लोग अदरक का स्वाद पसंद करते हैं, वे एक चुटकी अदरख कुचलकर इसमें डाल सकते हैं। इस चाय में दूध का उपयोग नहीं होता है।

गौती चाय में कमाल के एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, और शरीर के अंदर किसी भी प्रकार के संक्रमण को नियंत्रित करने में गौती चाय काफी असरकारक होती है। यहाँ के आदिवासियों की मानी जाए तो यह चाय मोटापा कम करने में भी काफी सक्षम होती है। आधुनिक शोध भी इस तथ्य को प्रमाणित करते दिखाई देती है। हरी चाय वसा कोशिकाओं यानि एडिपो साइट्स के निर्माण को रोकती है, इसी वजह से दुनिया के अनेक देश गौती चाय को मोटापा कम करने की औषधि के तौर पर देख रहें हैं और इस पर निरंतर शोध जारी है। नई शोधें बताती हैैं कि वसा और कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले प्रोटीन काईनेस को क्रियाशील करने में गौती चाय अहम भूमिका अदा करती है।

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गौती चाय बनाते समय इसी चाय में संतरे या नींबू के छिल्के डाल दिये जाते हैं और कुछ मात्रा नींबू रस की भी डाल दी जाए तो खट्टी गौती चाय तैैयार बनती है। मूल रूप से गोंड, कोरकु और बैगा जनजातियों के बीच प्रचलित इस चाय के भी गजब के औषधीय गुण हैं। गाँव के बुजुर्गों से उनकी लंबी उम्र का राज पूछा जाए तो सीधा जवाब मिलता है, "खट्टी गौती चाय"। और मजे की बात यह भी है कि सदियों पुराने इस एंटी एजिंग फार्मुले को आदिवासी अपनाते रहें हैं और अब आधुनिक विज्ञान इस पर ठप्पा लगाना शुरु कर रहा है। नई शोधें बताती है कि हरी चाय और नींबू का मिश्रण उम्र के पड़ाव की प्रक्रिया को धीमा कर देता है, यानि आप इस चाय का प्रतिदिन सेवन करें तो अपने यौवन को लंबा खींच सकते हैं।

लेमन ग्रास टी को तैयार करने की विधि से ही एक बेहतरीन कोल्ड ड्रिंक भी बनाया जाता है। तैयार गौती चाय को छानकर किसी बर्तन में लेकर रेफ्रिजरेटर करें और चिलचिलाती धूप में इस ठंडे पेय का आनंद लें। ये ना सिर्फ शरीर को ठंडक देता है बल्कि इसके औषधीय गुण हमें स्वस्थ रखने में मददगार भी साबित होते हैं।

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