चाहे सब्जियां बन रही हो या दाल, हरा धनिया डालकर अनेक भारतीय व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाया जाता है। हरा धनिया ना सिर्फ खाने का स्वाद बेहतर करता है बल्कि सेहत के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है। शरीर को स्वस्थ और दुरुस्त बनाए रखने में धनिया काफी मदद करता है। इसमें प्रोटीन, वसा, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स, खनिज लवण, आयरन आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं।
हरा धनिया पेट की अनेक समस्याओं को ठीक करने में मददगार होता है। इसकी ताज़ी हरी पत्तियों को छाछ और दही के साथ मिलाकर लिया जाए तो यह पाचक होता है और अपचन, एसिडिटी और खट्टी डकारों को दूर कर पाचन प्रक्रिया को नियंत्रित करता है। धनिया में पाए जाने वाले विटामिन ए की वजह से इसे आंखों की सेहत के लिए उत्तम माना जाता है।
जब कभी आपको शारीरिक तौर पर कमजोरी महसूस हो, थकान लगे या अचानक सिर घूमने लगे तो धनिया का रस तैयार कर पीना चाहिए। तनाव और थकान दूर करने के लिए धनिया एक कारगर नुस्खा है। धनिये में पाया जाने वाला सुगंधित तेल अवसाद को दूर करने में सहायक होता है।
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किडनी की सेहत को दुरुस्त बनाए रखने और किडनी की डिटॉक्स करने के लिए धनिया जरूर आजमाना चाहिए। एक मुट्ठी धनिया की ताज़ी पत्तियां उबाल ली जाए और इसे छानकर प्रतिदिन कम से कम एक बार लिया जाए तो असरकारक होता है। सभी स्वस्थ लोगों को भी धनिया का जूस नियमित तौर से पीते रहना चाहिए। धनिये की ताज़ी पत्तियों का इस्तेमाल हमेशा इसे साफ धोने के बाद ही करना चाहिए। ऐसा करने से पेस्टीसाइड्स और धूल इत्यादि के कण पत्तियों को सतह से दूर हो जाएंगे।
सब्जियों में बतौर मसाला धनिया की हरी पत्तियों को इस्तेमाल करना हो तो इसकी पत्तियों को सब्जी के पक जाने के बाद ही डालना चाहिए। ऐसा करने से सब्जियों की रंगत भी बढ़ेगी और इसके औषधीय गुण भी सब्जी में आ जाएंगे। इसी तरह की नायाब और अनोखी जानकारियों को लगातार देखते रहने के लिए 'गाँव कनेक्शन' के यूटयूब चैनल को सब्सक्राइब करें और देखते रहें 'हर्बल आचार्य'।