फसल से अधिक मुनाफा लेना है तो यह ऐप आपके लिए हो सकता है मददगार 

Update: 2018-03-08 11:52 GMT
महिंद्रा एंड महिंद्रा साभार इंटरनेट

नई दिल्ली। महिंद्रा एंड महिंद्रा की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस लिमिटेड (एमएएसएल) ने किसानों के लिए माई एग्री गुरु 2.0 को लॉन्च किए जाने की घोषणा की है। इस ऐप का नया वर्जन तकनीकी रूप से उन्नत है और किसानों के लिए डिजिटल एडवाइजरी प्लेटफॉर्म के रूप में काम करता है।

ऐप के नए वर्जन में एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर पर्सनलाइज्ड यूजर अनुभव देने का प्रयास किया गया है। इसे एक एडवांस्ड सोल्यूशन, जो चैटबॉट का इस्तेमाल करती है, के माध्यम से बढ़ावा दिया गया है। इन विशेषताओं के कारण एग्री गुरु को इसके मूल वर्जन का अपग्रेडेशन कहा जाता है।

महिंद्रा एग्री सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ अशोक शर्मा ने माई एग्री गुरु 2.0 के लांच के अवसर पर कहा, "एग्री गुरु 2.0 फसलों की उत्पादकता में सुधार सुनिश्चित करने के लिए किसानों को निजी सलाह देने वाली सेवा है। माई एग्री गुरु ने अब तक चार लाख से ज्यादा किसानों तक पहुंच बनाई है। ऐप के सबसे लोकप्रिय सेक्शन एग्री बज में अब तक 55,000 से अधिक संवाद दर्ज किए गए हैं। इस ऐप की आवाज को पहचानने और मशीन लर्निग तकनीक की मदद से किसानों के सवालों के जवाब तुरंत मिल जाते हैं। ऐप से किसानों को मंडी में चल रहे दामों की जानकारी मिलती है, जिससे उन्हें पता चलता है कि किस मंडी में वह अपनी फसल बेचकर ज्यादा से ज्यादा कमाई कर सकते हैं।"

फरवरी 2017 में लांच किया गया माई एग्री गुरु भारत का पहला समग्र डिजिटल ऐडवाइजरी प्लेटफॉर्म हैं, जो किसानों और विशेषज्ञों के बीच दोतरफा संवाद उपलब्ध कराता है। किसी दूसरे ऐप्स की तुलना में माई एग्री गुरु यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को उनकी समस्या का सामाधान तुरंत मिल जाए।

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माई एग्री गुरु को दूसरे ऐप से अलग करने वाला एक पहलू यह भी है कि इसमें मांग के आधार पर कंटेंट जेनरेट होता है। ऐप यूजर कम्युनिटी के बीच रोजाना होने वाले अनगिनत विचार-विमर्श का विश्लेषण कर दिलचस्पी के विषय तो पहचानता है और किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान सुनिश्चित करता है।

माई एग्री गुरु 2.0 ऐप एंड्रॉयड फोन पर गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस समय अंग्रेजी और हिंदी में मौजूद यह ऐप जल्द ही मराठी में उपलब्ध होगा।

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इनपुट आईएएनएस

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