लोकसभा में भी उछला मायावती पर बयान का मुद्दा

Update: 2016-07-21 05:30 GMT
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नई दिल्ली (भाषा)। बसपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ भाजपा के एक नेता की अपमानजनक टिप्पणी का विषय बृहस्पतिवार को लोकसभा में उठा और सरकार ने कहा कि उन पर कार्रवाई की जा चुकी है।

शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश के भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने मायावती के विरद्ध जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया है, उसकी केवल निंदा नहीं की जानी चाहिए बल्कि भाजपा नेता पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। सिंधिया ने आरोप लगाया, ‘‘मौजूदा राजग सरकार दलित मुक्त भारत भी चाहती है इसलिए उसके सत्ता में आने के बाद से दलितों पर अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं।'' 

उन्होंने कहा कि दलितों को न्याय मिलना चाहिए और उसी क्रम में आरोपी भाजपा नेता पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। कई अन्य कांग्रेस सदस्यों ने भी इस विषय को उठाया। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने इस पर कहा कि हमने इस बयान की घोर निंदा की है और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पद से दयाशंकर सिंह को हटा दिया गया है और उच्च सदन में भी इस पर खेद प्रकट किया जा चुका है।

कुमार ने कहा कि कानूनी कार्रवाई तो राज्य प्रशासन देखेगा लेकिन पार्टी के स्तर से उन पर कार्रवाई की जा चुकी है। कल दयाशंकर सिंह के मायावती पर दिये गये बयान को लेकर उन्हें पार्टी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया और पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित भी कर दिया गया।

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