एक बैंक लोन जो शास्त्री जी की मृृत्यु के बाद उनकी पत्नी ने चुकाया

Update: 2019-01-11 05:59 GMT
लाल बहादुर शास्त्री जी और उनकी फिएट कार का किस्सा

लखनऊ। शास्‍त्री जी के सादे और ईमानदारी भरे जीवन से जुड़ी एक घटना का जिक्र मिलता है कि शास्त्री जी के प्रधानमंत्री बनने तक न तो उनके पास उनका घर था और न ही कार थी। एक बार उनके बच्चों ने उनसे कहा कि अब आप भारत के प्रधानमंत्री हैं। कम से कम अब आपके पास अपनी एक कार तो होनी ही चाहिए। उस ज़माने में एक फ़िएट कार 12,000 रुपए में आती थी।

उन्होंने अपने एक सचिव से कहा कि जरा देखें मेरे बैंक खाते में कितने रुपए हैं? सचिव ने बताया कि उनका बैंक बैलेंस सिर्फ 7,000 रुपए था। जब शास्‍त्री जी के बच्चों को पता चला कि शास्त्री जी के पास कार खरीदने भर के पैसे नहीं हैं तो उन्होंने कहा कि- कार मत खरीदिए। लेकिन शास्त्री जी ने कहा कि बाकी के पैसे बैंक से लोन लेकर जुटा लेंगे।

और उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक से कार खरीदने के लिए 5,000 रुपए का लोन लिया। हालांकि एक साल बाद लोन चुकाने से पहले ही उनका निधन हो गया जिसे बाद में उनकी पत्नी ने चार साल बाद तक अपनी पेंशन से चुकाया। शास्‍त्री जी की ये कार आज भी दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल में रखी हुई है, जिसका नंबर है DLE 6 और दूर- दूर से लोग इसे देखने आते हैं।

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