रेलवे परोसेगा किसानों के हाथों का बना लज़ीज़ खाना

Update: 2016-04-12 05:30 GMT
गाँव कनेक्शन

पुणे। भारतीय रेल जल्द ही अपने मुसाफिरों को स्थानीय किसानों के हाथों का बना स्वादिष्ट खाना खिलाने जा रही है। इसके लिए भारतीय रेल ने नाबार्द के साथ समझौता किया है। यात्रियों को स्पेशल खाना खिलाने के लिए भारतीय रेल स्वयं सहायता समूहों के साथ मिलकर खाने की व्यवस्था करेगी।

इस योजना की शुरुआत सबसे पहले महाराष्ट्र के कोंकन रेलवे से की जाएगी। जहां स्वयं सहायता समूह रेलवे में सफर करने वाले को अपना ट्रेडिश्नल खाना परोसेगी। नाबार्द के चीफ जनरल मैनेजर यूएस साहा ने कहा, ''रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बजट में इस बात का ऐलान किया था कि स्थानीय डेलीकेसी को रेलवे से जोड़ने के लिए सरकार नई योजनाएं बनाएगी।''

यूएस साहा के मुताबिक़ नाबार्द और आईआरसीटीसी के बीच हुई समझौते के मुताबिक़ स्वयं सहायता समूह रेल यात्रियों को घर में बना खाना खिलाएंगे। सबसे पहले बतौर पायलट प्रोजेक्ट इसकी शुरुआत महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग, कोंकन, कुदाल और सावंतवादी रेलवे स्टेशनों से की जाएगी। 

किसानों को होगा सबसे ज्यादा फ़ायदा

यूएस साहा ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के ज़रिए बड़ी तादात में किसान रेलवे की इस योजना से जुड़ कर मुनाफ़ा कमा सकते हैं। साहा ने कहा कि इसके लिए नाबार्द किसानों को हर तरह की ट्रेनिंग मुहैया कराएगी। यही नहीं काम की  शुरुआत करने के लिए नाबार्द किसानों को आर्थिक मदद भी मुहैया कराएगी।

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