नई दिल्ली (भाषा)। शिक्षा की गुणवत्ता में, खासकर स्कूली शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एक विश्वविद्यालय स्थापित करने की संभावना तलाश रहा है।
वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देशों पर शिक्षकों के एक विश्वविद्यालय की स्थापना पर अवधारणा नोट तैयार कर रहा है।
अधिकारियों ने कहा कि विदेशों में भी इस तरह के संस्थान हैं, इसलिए लगता है कि शिक्षकों के प्रशिक्षण से संबंधित सभी पहलुओं के साथ समग्र तरीके से निपटने के लिए एक विशेष विश्वविद्यालय से शिक्षण के मानक सुधारने में मदद मिल सकती है।
सूत्रों ने कहा, ‘‘एनसीईआरटी में विशेषज्ञों का एक दल अवधारणा नोट पर काम कर रहा है जिसमें इस तरह के विश्वविद्यालय की जरुरत का अध्ययन किया जाएगा और देखा जाएगा कि इसकी स्थापना कैसे की जा सकती है।'' उन्होंने कहा कि इस बात का अध्ययन किया जाएगा कि नये संस्थान की जरुरत है या मौजूदा में से ही किसी को विश्वविद्यालय में तब्दील किया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार, ‘‘उदाहरण के लिए एनसीईआरटी के क्षेत्रीय संस्थान हैं। इनमें से किसी को शिक्षक विश्वविद्यालय में बदलना व्यावहारिक होगा। इन संभावनाओं का पता लगाया जाएगा।'' सूत्रों ने कहा कि स्कूली शिक्षा से जुड़ी एक और गतिविधि में मानव संसाधन विकास मंत्रालय उन 32 डीटीएच चैनलों में से एक के लिए शिक्षण सामग्री भी तैयार कर सकता है जो अगले कुछ महीने में शुरु किये जाने की योजना है।