फुटपाथ पर पैदा हुआ, सड़क पर किताबें बेचीं, अब टेक्सास में कर रहा पढ़ाई

Update: 2017-12-17 13:47 GMT
सलमान सैय्यद

सोशल मीडिया पर अक्सर हमें कुछ ऐसी कहानियां पढ़ने को मिल जाती हैं जो हमारे दिल को सुकून पहुंचाती हैं। ये कहानियां होती हैं, एक नई सोच की, हौसलों की, हिम्मत की, कुछ कर गुज़रने के जज़्बे की, बुरे हालातों से लड़कर फर्श से अर्श पर पहुंचने की। ऐसे ही एक कहानी है मुंबई के सलमान सैय्यद की।

मुंबई का एक युवा सलमान सैय्यद जो फुटपाथ पर पैदा हुआ, फुटपाथ पर बड़ा हुआ, सड़क पर किताबें बेचीं और अब टेक्सास के ह्यूस्टन में पढ़ाई कर रहा है। सलमान की कहानी तमिल फिल्मों के जाने वाले डायरेक्टर राम सुब्रमनियम ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा - ये सलमान सैय्यद है। वह मुंबई के फुटपाथ पर पैदा हुआ और बड़ा हुआ। हाजी अली सिग्नल पर किताबें बेचीं। मैं उससे मिला और उसकी जानकारी से बहुत प्रभावित हुआ, अब उसके जीवन पर एक फिल्म बना रहा हूं। अब सलमान ह्यूस्टन में पढ़ रहा है।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए राम सुब्रमणियम आगे ट्वीट करते हैं कि सलमान अभी भी व्हॉट्सऐप के ज़रिए उनसे टच में है। मैंने उससे कहा है कि वह मुझे बताता रहे कि वो क्या कर रहा है और अपनी तस्वीरें भेजता रहे। बाढ़, हैलोवीन पार्टीज, शांति सम्मेलन से लेकर कैम्पस तक की। वह सितारा है। सच में एक प्रेरणादायक कहानी।

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राम सुब्रमणियम ने कुछ ट्वीट्स में उनकी सलमान से व्हाट्सऐप पर जो बात हुई उसके स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं।

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सलमान की इस प्रेरणा देने वाली कहानी को सोशल मीडिया पर सिर्फ लोग पसंद ही नहीं कर रहे बल्कि लोग अभावों में जीने वाले बच्चों की क्षमताओं पर भी बात कर रहे हैं।

हर्षा ने ट्वीट किया - यह सच में प्रेरणादायक है। सलमान को मेरी शुभकामनाएं भेजिएगा। भगवान करे वो और लोगों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दे। उसने जो किया है वो शब्दों की सराहना के परे है। ट्विटर पर इस तरह की सकारात्म चीज़ को शेयर करने के लिए धन्यवाद। यह ट्विटर पर फैली नकारात्मकता को धुंधला कर रहा है।

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देवांग व्यास ने लिखा - ये अद्भुत है। बहुत से अभाव में जीने वाले बच्चे हैं जो गरीबी के बंधनों को तोड़ने की क्षमता होती। मध्यम वर्ग / ऊपरी वर्ग के लोग फैशन मनोरंजन की छुट्टियां आदि पर बहुत खर्च करते हैं। अगर हर परिवार एक ऐसे बच्चे को अपनाता है तो मुझे लगता है कि भारत बड़ा बदलाव आ सकता है।

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