स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
गोरखपुर। किसानों की ऋणमाफी को लेकर प्रशासनिक तैयारी तेज़ हो चुकी है। 15 से 20 अगस्त तक किसानों को पहला ऋण मोचन पत्र बांटने की योजना बनाई बनाई गई है। इसके लिए जिला स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसी तैयारी के मद्देनजर 22 जुलाई तक जिले के सभी बैंकों को किसानों के आधार नंबर, मोबाइल नंबरऔर भूलेख की मैपिंग का कार्य पूरा कर लेना है।
ऊरुवा ब्लॉक के लाखून खुर्द गाँव निवासी कृष्णानंद दुबे (44 वर्ष) ने बताया,“ योगी सरकार अपने वायदे को निभाने की दिशा में कार्य कर रही है। इससे काफी किसान लाभांवित होंगे। ”
23 से 24 जुलाई तक बैंक से प्राप्त डाटा का सत्यापन करना है, इसके बाद एनआईसी ( नेशनल इंफारर्मेशन सेंटर ) द्वारा उसे लॉक कर दिया जाएगा। इसके अलावा 25 व26 जुलाई तक राज्य स्तर पर आधार डाटा का विश्लेषण यूआईडीएआई द्वारा किया जाएगा।
ऊरुवा ब्लॉक के पुरवां निवासी बबलू शाही (43 वर्ष) ने बताया,“ किसानों के हित में योगी सरकार अच्छा कार्य कर रही है। ऋणमाफी से किसानों को काफी राहत मिलेगी।किसान सरकार के कार्य से काफी खुश हैं।”
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दरअसल ऋणमाफी को लेकर प्रशासन कही से किसी भी प्रकार की त्रुटि नहीं करना चाहता है। इसी के चलते 27 जुलाई के बाद डाटा को फिर एनआईसी को भेजा जाएगा, जिसका डीएलसी द्वारा विश्लेषण किया जाएगा।
सूची होगी पोर्टल पर सार्वजनिक, मांगी जाएंगी आपत्तियां -
डाटा के विश्लेषण के बाद आठ अगस्त को जिला स्तरीय समिति द्वारा किसानों की सूची पोर्टल पर उपलब्ध कराकर इसे सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया जायेगा। उसी आधार पर आपत्तियां मांगी जाएगी। सूची प्रकाशन के बाद निदेशक कृषि से धनराशि की मांग की जाएगी। धनराशि प्राप्त होते ही 10 अगस्त तक जिला स्तरीय समिति द्वारा धनराशि नोडल बैंक को स्थानांतरित की जाएगी। इसके बाद 12 से 14 अगस्त तक लाभार्थियों की सूची प्रकाशित कर पहले चरण में 15 से 20 अगस्त तकजागरूकता अभियान के तहत कैंप लगा कर किसानों को ऋण मोचन प्रमाणपत्र बांटे जाएंगे।
जिले के इन बैंकों से जुड़े हैं 76533 किसान -
जिले के 76,533 किसानों में इलाहाबाद बैंक के 7,408, आंध्रा बैंक के 228, एक्सिस बैंक के पांच , बैंक ऑफ बड़ौदा के 248, बैंक ऑफ इंडिया के 117, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा के 20, केनरा बैंक के 133, सेंट्रल बैंक 1905, कार्पोरेशन बैंक 71, देना बैंक के छह, एचडीएफसी के 14, आईडीबीआई चार, इंडियन बैंक दो, इंडियन ओवरसीज बैंक 52, ओरियंटल बैंक ऑफ कामर्स 102, पंजाब नेशनल बैंक 4,917, पूर्वांचल ग्रामीण बैंक 42,711, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 15,563, यूको बैंक 2,439, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 1,565 तथा विजया बैंक के तहत 23 किसान शामिल हैं।
गगहा ब्लॉक के नारायनपुर गाँव निवासी संतोष तिवारी (60 वर्ष) ने बताया,“ ऋण माफी से किसानों को काफी राहत मिलेगी। बैंक से नये लोन का रास्ता साफ होगा। ”
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फसल ऋण मोचन योजना को लेकर तैयारी जोरशोर से चल रही है, इस कार्य में काफी सावधानी बरती जा रही है। चूंकि कृषि विभाग को इसमें नोडल के रूप में जिम्मेदारी है। इसमें किसानों के हित को देखते हुए सभी पहलुओं पर गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है। आगामी 15 से 20 अगस्त तक पहला कैंप जिला स्तर पर आयोजित कर किसानों को ऋण मोचन प्रमाणपत्र दिए जाने की योजना है। इसके बाद तहसील व बैंक स्तर पर ऋण मोचन प्रमाण पत्र बांटे जाएंगे।- डॉ. संजय सिंह, उप निदेशक कृषि, गोरखपुर।
ब्रह्मपुर ब्लॉक के भैंसही गाँव के दिग्विजय उपाध्याय (50 वर्ष) ने बताया,“ किसानों की ऋणमाफी बहुत जरूरी थी, इससे किसानों को कुछ राहत मिलेगा। योगी सरकारअपने वायदे को निभाने में भी सफल होगी।”
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