हमीरपुर : अवैध खनन से काली कमाई पर सीबीआई की नज़र

Update: 2017-08-17 12:24 GMT
प्रतीकात्मक तस्वीर।

लखनऊ। हमीरपुर मुख्यालय पहुंची सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम ने मौरंग के खनन में शामिल लोगों को मौदहा बांध के डाक बंगले में इंक्वायरी के लिये बुलाया। टीम ने शेयर धारकों और पट्टेधारकों को अलग अलग बुलाकर पूछताछ शुरू कर दी। टीम द्वारा बुलाए गये दस लोगों में सिर्फ पांच लोग ही डाक बंगले पहुंचे।

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अन्य को पुलिस अधीक्षक ने एवं खनन अधिकारी के माध्यम से सूचना देकर उपस्थित होने को कहा गया है। गौरतलब है कि जुलाई 2016 में हाईकोर्ट ने मौरंग की अवैध खनन की जांच सीबीआई से कराने का आदेश दिया था। जानकारी के मुताबिक सीबीआई टीम के आने की जानकारी मिलने पर मौरंग माफिया अंडरग्राउंड हो गये है।

21 अप्रैल को सीबीआई की टीम ने मौदहा बांध के डाक बंगले में करीब एक सप्ताह तक डेरा डालकर पट्टाधारकों, शिकायतकर्ताओं और याचिका करने वालों से लंबी पूछताछ की थी। टीम में डीएसपी केपी शर्मा के नेतृत्व में एसआइ पीके त्रिपाठी व हेड कांस्टेबल वीरपाल शामिल थे। आए हुए लोगों से टीम ने अलग-अलग करीब दो घंटे तक पूंछताछ की। संभावना है कि टीम गुरूवार को भी पूंछपाछ कर सकती है।

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आने की वजह अमर ¨सह बनाम यूपी सरकार व सोनू बनाम यूपी सरकार के नाम से दायर दो पीआइएल को माना जा रहा है। सिंडीकेट द्वारा बीते दस साल से की जा रही वसूली पर सीबीआइ टीम की निगाह है। गहनता से जांच की जा रही है। वहीं अवैध खनन करने पर बड़ी कार्रवाई होने की संभावना है। टीम के पास ऐसे 50 लोगों की सूची है। इन सभी की संपत्ति व बैंक खातों की डिटेल खंगाली जा रही है।

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