सिर्फ 15 दिनों में चेक होंगी तीन करोड़ कॉपियां

Update: 2017-04-18 14:28 GMT
यूपी बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन कहीं मात्र औपचारिता बनकर न रह जाए।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन कहीं मात्र औपचारिता बनकर न रह जाए। लगभग तीन करोड़ कॉपियों में बंद 54 लाख परीक्षार्थियों का भविष्य इस बार भी मात्र 15 दिनों में तय किया जाएगा।

यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट और हाईस्कूल परीक्षार्थियों की कॉपियों का मूल्यांकन 27 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है, जिसको 15 दिनों में पूरा करने के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए पूरे उत्तर प्रदेश में 274 मूल्यांकन केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें लगभग सवा लाख परीक्षकों की ड्यूटी लगायी गयी है, जिसमें से बड़ी संख्या में परीक्षकों के ड्यूटी पर न पहुंच पाने की संभावना है।

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कॉल्वेन ताल्लुकेदार्स इंटर कॉलेज के शिक्षक एसकेएस राठौर कहते हैं, “मूल्यांकन कार्य में हर वर्ष शिक्षकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हमेशा ही पूर्ण संख्या में परीक्षक मूल्यांकन कार्य के लिए नहीं पहुंचते हैं। इसके बाद कॉपियां जांच रहे उन परीक्षकों का बोझ बढ़ा दिया जाता है जो पहले से मूल्यांकन जैसा मेहनत का काम कर रहे होते हैं। इससे परीक्षार्थियों के साथ न्याय नहीं हो पाता। इसलिए परीक्षा परिणाम भले ही 15 दिन देर से निकले, लेकिन मूल्यांकन सही तरह से होना चाहिए और मूल्यांकन कार्य के दिन बढ़ाए जाने चाहिए।”

पिछले कई वर्षों से न तो परीक्षा के समय कक्ष निरीक्षक ही अपनी जिम्मेदारी निभाने पहुंचते हैं और न ही मूल्यांकन के समय परीक्षक। इसके चलते उन परीक्षकों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ जाता है जो मूल्यांकन के कार्य में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे होते हैं।

क्वीन्स इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. आरपी मिश्र कहते हैं, “हमेशा ऐसा होता है कि मूल्यांकन कार्य जब शुरू होता है तो एक परीक्षक को सुबह 10 से 4 बजे तक कॉपियां जांचनी होती हैं। हमेशा ही परीक्षकों की कमी कक्ष निरीक्षकों की तरह बनी ही रहती है तो उसके बाद समय बढ़ाकर सुबह 9 से 5 बजे, फिर और बढ़ाकर सुबह 8 से शाम छह बजे तक का कर दिया जाता है। समय के साथ कॉपियों की संख्या बढ़ती रहती है और परीक्षक बस औपचारिकता मात्र करता है। परीक्षा में बैठे मेहनती बच्चों के साथ इंसाफ नहीं हो पाता तो वहीं कई बार जो मेहनत नहीं करते हैं उनको उम्मीद से ज्यादा मिल जाता है।” खास बात यह है कि मूल्यांकन कार्य की तिथि 27 अप्रैल घोषित की गयी है।

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